चंडीगढ़:हरियाणा सरकार ने इस बार मंडी में अनाज खरीद प्रक्रिया में बदलाव किया.सरकार ने किसानों और आढ़ियों को अलग-अलग भुगतान करने का नियम बनाया. जिसका प्रदेशभर के किसान संघ और आढ़ती एसोसिएशन का विरोध किया. इसी कड़ी में गुरुवार के दिन पूरे प्रदेश में आढ़तियों ने हड़ताल किया, जिससे आज के दिन प्रदेशभर की मंडियों में फसल खरीद में मुश्किलें देखने को मिली.
नियम हों रद्द, वरना हड़ताल जारी रहेगा- आढ़ती
प्रदेश के आढ़तियों का कहना है कि फसल खरीद का पुराना तरीक ही अच्छा था, लेकिन नए नियमों से सरकार आढ़तियों और किसानों में दरार डालने का काम कर रही है. आढ़ती इन नए नियमों को रद्द करवाना चाहते हैं. आढ़तियों ने साफ कह दिया है कि जब तक सरकार हमारी मांगें नहीं मानती, तो वो काम नहीं करेंगे. यानी मंडी में गेहूं आएगी, ट्रॉली से उतरेगी पर ना गेहूं की सफाई होगी, ना तोल होगा और ना लोडिंग होगी और ये तब तक जारी रहेगा, जब तक सरकार हमारी बात नहीं मानती.
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गोहाना में नहीं हुई फसल खरीद
सोनीपत जिले के गोहाना अनाज मंडी में भी एक दिन की हड़ताल रखी गई है. गोहाना में किसानों की लाई जा रही फसल की खरीद नहीं की जा रही है. आढ़तियों की हमारी मांग है कि डायरेक्ट किसानों के खातों में पैसे ना भेजे जाएं और हैफेड की जो लिफ्टिंग की पॉलिसी बनाई गई है. उसको भी रद्द कर कर पहले जैसा किया जाए.