चंडीगढ़: हर साल सेक्टर-33 के टैरेस गार्डन में तीन दिवसीय गुलदाउदी शो करवाया जाता है. ऐसे में चंडीगढ़ के सभी विभागों द्वारा अलग-अलग किसमों के फुलों की प्रदर्शनी लगाई जाती है. ऐसे में चंडीगढ़ टैरेस गार्डन में हजारों की संख्या में लोग फुलों की प्रदर्शनी को देखने के लिए पहुंचते है. इस बार भी टैरेस गार्डन में गुलदाउदी शो में नौ हजार गमले (flower show in chandigarh) सजाए गए हैं. जिससे फूलों की खुशबू से टैरेस गार्डन महक रहा है. गुलदाउदी शो में 270 से अधिक किस्मों को प्रदर्शित किया गया है. इन सभी किस्मों को निगम की नर्सरी में ही उगाया गया है.
शो में फूलों की प्रदर्शनी: वहीं इस बार 10 तरह के खास फुलों की प्रदर्शनी लगाई गई. जिसमें अधिकतर सफेद, गुलाबी, पीले, और हलकें संतीरी रंग के फुल आकर्षण का केंद्र रहे. जिनमें इन्क्यूवेद, इनकर्विंग, रेफ्लेक्सीद, स्पाइडर, स्पून, कोरियाई डबल, कोरियाई सिंगल, अनमोने, पोम्पोन, बटन फूलों की अलग से क्यारी लगाई थी. वहीं दुसरी और फूलों की प्रदर्शनी के बीच जीरो वेस्ट आयोजन किया गया.
शो में लगाए स्टॉल: गुलदाउदी शो में विभिन्न स्टॉल लगाए गए हैं. इसमें कचरा अलग-अलग करने, बागवानी के कचरे से खाद बनाना, घरेलू खाद और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के प्रति जागरुकता पैदा करने के लिए स्टॉल लगाए गए हैं. प्लास्टिक उत्पादों और संख्या के लिए सांप के काटने के दौरान थ्री आर सिद्धांतों का सुझाव दिया जा रहा है.
बच्चों के लिए बना किड जोन: खास बात ये कि गुलदाउदी शो में इस बार बच्चों के लिए किड्स जोन बनाया गया है. इसमें हूपला, फीड द क्लाउन, डार्ट गेम, गन शूटिंग, बॉलिंग पिन के अलावा कई अन्य खेल हैं. इसमें बच्चों ने काफी मस्ती की. साथ ही बच्चे पेपर आर्ट और फैब्रिक में पेंटिंग भी सीख सकते हैं. मिट्टी के बर्तन बनाना भी बच्चों को खूब भाया. वहीं सांप सीढ़ी में स्वच्छता के प्रति जागरूकता दर्शाई गई है.
गुलदाउदी शो में पंचकूला के फूलों की महक: तीन दिवसीय गुलदाउदी शो के दौरान ट्राईसिटी के अलग-अलग विभागों से आए फूलों को खिताब सौंपा जाता है. ऐसे में इस साल आए फुलों में पंचकूला ने दबदबा कायम कर लिया. पंचकूला के सेक्टर-4 से आए एससी राजपाल ने किंग ऑफ द शो, सेक्टर-20 से आए संजय थरेजा और उनकी पत्नी डॉ. रजनी थरेजा ने प्रिंस ऑफ द शो और क्वीन ऑफ द शो का खिताब अपने नाम किया. वहीं, सेक्टर-8 से आए विरेंदर शर्मा ने बेस्ट फ्लॉवर ऑफ द शो का खिताब जीता. वहीं चंडीगढ़ के खाते में केवल एक ही प्राइज आया.