चंडीगढ़: इस साल पराली की समस्या से निपटने के लिए प्रशासन अभी से तैयार हो गया है. कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने फसलों के अवशेष जलाने पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से पिछले साल अवशेष जलाने की घटनाओं के आधार पर सभी जिलों में रंगों के आधार पर जोन बनाए हैं.
पराली को लेकर बनाए गए जोन
ये जोन लाल, पीले, नारंगी और हरे रंग के बनाए गए हैं. इनमें 332 गांव लाल जोन में और 675 पीले जोन में आए हैं. कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजीव कौशल ने ये जानकारी देते हुए बताया कि हरियाणा सरकार ने उन सभी 11,311 किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करने का निर्णय लिया है, जिन्होंने फसल अवशेष प्रबंधन योजना ‘फसलों के इन-सीटू प्रबंधन के लिए कृषि मशीनीकरण को बढ़ावा देने के तहत वर्तमान मौसम में कृषि उपकरणों के लिए आवेदन किया है.
इसके तहत 50 फीसदी की दर से कुल 155 करोड़ रु वित्तीय सहायता के रूप में दिए जाएंगे. कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजीव कौशल ने बताया कि विभाग द्वारा 454 बेलर, 5820 सुपर सीडर, 5418 जीरो-टील सीड-ड्रिल, 2918 चोपर मल्चर, 260 हैप्पी सीडर, 389 स्ट्रॉ मैनेजमेंट सिस्टम, 64 रोटरी स्लैशर्स मास्टर्स, 454 रिवर्सेबल मोल्ड हल और 288 रीपर लाभार्थियों को प्रदान किए जाएंगे.