चंडीगढ़:कृषि कानूनों को लेकर किसानों और सरकार के बीच ग्यारह दौर की बातचीत होने के बाद भी बात नहीं बनी. ऐसे में किसान अब ऐलान के मुताबिक 26 जनवरी को दिल्ली के रिंग रोड पर ट्रैक्टर परेड निकालने की तैयारी में हैं. रोजाना हजारों की संख्या में किसान अपने ट्रैक्टरों के साथ दिल्ली पहुंच रहे हैं. जिनमें बड़ी संख्या हरियाणा और पंजाब के किसानों की है. सड़कों पर कई किलोमीटर लंबा ट्रैक्टर का हुजूम देखा जा सकता है. हलांकि अच्छी बात ये रही कि आखिरी वक्त में दिल्ली पुलिस के साथ ट्रैक्टर परेड को लेकर सहमति बन गई. लेकिन सरकार इस परेड को लेकर बेहद सचेत और सतर्क है.
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पुलिसकर्मियों की छुट्टियां रद्द
किसानों की प्रस्तावित ट्रैक्टर परेड को देखते हुए हरियाणा सरकार ने सभी पुलिसकर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी है. ट्रैक्टर परेड के लिए किसान भारी संख्या में हरियाणा से होकर दिल्ली पहुंच रहे हैं. पुलिस ने भी इस रूट के सभी हॉट स्पॉट क्षेत्र में सुरक्षा घेरे तैयार किए हैं. इस रूट पर पुलिस ने अलग से ट्रैफिक इंतजाम भी किए हैं.
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झज्जर में टिकरी बॉर्डर है. जहां से किसानों का ट्रैक्टर दिल्ली में प्रवेश करेगा. इसी के मद्देनजर पुलिस लाइन झज्जर में केंद्रीय सशस्त्र बलों की टुकड़ियों के जवानों और झज्जर पुलिस के जवानों की तरफ से कानून व्यवस्था और विषम परिस्थितियों से निपटने के लिए अलग-अलग तौर-तरीकों का अभ्यास किया. आधुनिक दंगा विरोधी उपकरणों और साजो सामान से सुसज्जित जवानों ने पुलिस लाइन में ड्रील किया.
रोहतक में जवानों को आंसू गैस गन चलाने की प्रैक्टिस करवाते पुलिस अधिकारी. रोहतक में भी जवानों को दंगा निरोधक उपकरण जैसे रबर बुलैट, लॉन्ग-शोर्ट रेंज सैल, गैस गन, आसू गैस आदि का बारिकी से अभ्यास कराया गया है. इसके अलावा दंगा निरोधक उपकरणों के रख-रखाव बारे व सही तरीके से प्रयोग करने बारे भी बताया गया है. कानून व्यवस्था की स्थिति में जवान को किस तरह का आचरण करना चाहिए, इस बारे भी बताया गया है.
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ट्रैक्टर रूट को लेकर सरकार की तैयारी
किसानों के ट्रैक्टर परेड के रूट के मुताबिक किसान सिंघु बॉर्डर से दिल्ली में 10 किलोमीटर भीतर दाखिल होंगे. इसके बाद संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर, बवाना, कंझावाला, कुतुबगढ़ होते हुए चंडी बॉर्डर पहुंचेंगे. फिर हरियाणा में दाखिल होंगे और वापस सिंघु बॉर्डर आएंगे. किसानों के मुताबिक 100 किलोमीटर के इस मार्च का 45 किलोमीटर हिस्सा दिल्ली में होगा.
गोले फेंकने का अभ्यास करते हुए पुलिसकर्मी. टिकरी बॉर्डर ट्रैक्टर परेड रूट-किसान टिकरी बॉर्डर से नांगलोई जाएंगे. फिर वहां से बापरोला गांव होते हुए नजफगढ़ पहुंचेंगे. इसके बाद किसानों की ट्रैक्टर परेड झारोडा बॉर्डर पहुंचेगी. यहां से किसान ट्रैक्टरों के साथ रोहतक बाईपास (बहादुरगढ़) पहुंचेंगे और उसके बाद असोदा होते हुए वापस टिकरी बॉर्डर आएंगे.
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हरियाणा-राजस्थान (शाहजहांपुर) बॉर्डर परेड रूट-हरियाणा-राजस्थान किसान मोर्चा ने जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक होने के बाद रूट फाइनल कर लिया है. राजस्थान बॉर्डर पर सुनहेड़ा बॉर्डर से तकरीबन 45 किलोमीटर से ज्यादा पुन्हाना विधानसभा क्षेत्र में ही ट्रैक्टर रैली की जाएगी. ये रैली सुनहेड़ा बॉर्डर से शुरू होकर पुन्हाना-पिनगवां से शिकरावां होते हुए वापस सुनहेड़ा बॉर्डर पर समाप्त होगी.
सिंघु बॉर्डर से मिट्टी और बैरिकेड्स हटाती हुई दिल्ली पुलिस. ये पढ़ें-किसान ट्रैक्टर परेड में दूल्हे के लिबास में करनाल से दिल्ली रवाना हुआ किसान
हरियाणा पुलिस ने जारी की ट्रैफिक एडवाइजरी
हरियाणा पुलिस ने किसानों की प्रस्तावित ट्रैक्टर रैली को देखते हुए एडवाइजरी जारी कर दी है. पुलिस ने आम लोगों को सलाह दी है कि वह ट्रैक्टर यात्रा के मद्देनजर करनाल से दिल्ली और रोहतक से दिल्ली की तरफ जाने से 2 दिन तक परहेज करें. इन मार्गों के जरिये दिल्ली जाने पर परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
दो दिन केएमपी-केजीपी पर ना जाएं- पुलिस
कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) और कुंडली-गाजियाबाद-पलवल(केजीपी) एक्सप्रेसवे पर भी यातायात प्रभावित रहेगा. इसके अलावा कुंडली, असौधा और बादली में इंटरचेंजेज पर आवागमन आसान नहीं होगा. इसलिए सभी यात्रियों को किसी भी असुविधा से बचने के लिए 25 से 27 जनवरी 2021 तक इन मार्गों का उपयोग न करने की सलाह दी गई है.
हलांकि किसानों ने गणतंत्र दिवस समारोह में बाधा नहीं डालने का ऐलान किया है. शुरुआती सख्ती के बाद अब हरियाणा सरकार भी अब किसानों के प्रति नरम है. हरियाणा में पंजाब बॉर्डर और दिल्ली बॉर्डर पर सभी बैरकेड्स हटा दिए गए हैं. इससे पहले किसानों के गुस्से को देखते हुए हरियाणा में मुख्यमंत्री तक को अपना कार्यक्रम रद्द करना पड़ा था. कई जगह किसानों पर वाटर कैनन और आंसू गैस के गोले तक छोड़े गए थे.