चंडीगढ़: चंडीगढ़ सेक्टर- 26 सब्जी मंडी की गिनती सबसे बड़ी सब्जी मंडी में होती है. रोजाना यहां से सैकड़ों ट्रक गुजरते हैं. लेकिन, मंडी में गंदगी का अंबार लगने से बरसात में लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. हरियाणा, पंजाब और हिमाचल जैसे राज्यों के किसान भी अपनी सब्जियों को लेकर इस मंडी में पहुंचते हैं. लेकिन, मंडी में साफ-सफाई व्यवस्था सही नहीं होने के कारण लोगों को आए दिन परेशानी पेश आ रही है.
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बता दें कि, सेक्टर- 26 की मंडी में गंदगी के ढेर लगे हुए हैं. मंडी के अंदर जाने से लेकर बाहर निकलने वाले रास्ते तक सब्जियों की गंदगी फैली हुई है. ऐसे में वहां काम करने वाले व्यापारी भी इस समस्या से परेशान हैं. मार्केट कमेटी के सेक्रेटरी की आईएएस रुपेश गर्ग को हाल ही में शहर की मंडियों का जिम्मा सौंपा गया है. मार्केट कमेटी के सेक्रेटरी रुपेश गर्ग ने भी मंडी का दौरा किया था. वहीं, उन्होंने वहां आ रही समस्याओं के बारे में पता लगाया और आम लोगों से भी बातचीत की.
चंडीगढ़ में सब्जी मंडी में गंदगी से लोग परेशान. इसके साथ ही उन्होंने जगह-जगह हो रहे अतिक्रमण को लेकर भी जानकारी प्राप्त की. उन्होंने मंडी के एडमिनिस्ट्रेशन एचसीएस और एसडीएम सेंट्रल संयम गर्ग को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. नोटिस में कहा गया है कि, वे इस बात को स्पष्ट करें कि मंडी में इतनी गंदगी और रोड गली ब्लॉक होने का क्या कारण है. इसके साथ ही यह भी पूछा गया है कि मंडी साफ करवाने का काम क्यों नहीं करवाया जा रहा है. उन्होंने जिम्मेदार अफसरों से भी इस संबंध में सवाल किया है कि मंडी में लगातार गंदगी फैल रही है, इसके पीछे क्या वजह है. जिस किसी की भी ड्यूटी को लेकर सवाल उठे अधिकारी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
सब्जी मंडी में बढ़ती गंदगी को देखते हुए ग्राहकों की भी संख्या कम होती जा रही है. ऐसे में इसका सीधा असर व्यापार पर पड़ रहा है. जानकारी के मुताबिक हर महीने सेक्टर- 26 मंडी की गंदगी को साफ करने के लिए 18 से 20 लाख रुपये खर्च किए जाते हैं, लेकिन हैरानी की बात यह है कि मंडी में गंदगी बरकरार हैं. सफाई कर्मचारियों के लिए सब्जी व्यापारियों के द्वारा लगाए गए ढेर को उठाकर ले जाने का ही काम तय किया गया है. जबकि, मंडी की हर नालियां ब्लॉक हैं. मंडी में हर दुकानों के बाहर सड़ी-गली सब्जियों का ढेर लगा हुआ है. आलम यह है कि बारिश के मौसम में इस मंडी की हालत बद से बदतर हो जाती है. बरसात के मौसम में पानी लग जाता है, जिसके चलते मंडी में बदबू से लोग परेशान हो जाते हैं. वहीं, सब्जी व्यापारियों के सब्जी रखने में भी परेशानी होती है.
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वहीं, बीते दिनों सेक्टर- 26 के ग्रेन मार्केट के अध्यक्ष राजकुमार बंसल ने चंडीगढ़ के एडवाइजर धर्मपाल के साथ मुलाकात की थी. इस दौरान उन्होंने अवैध वेंडर द्वारा उनकी दुकानों के आगे लगाई जाने वाली अवैध दुकानों को लेकर बातचीत की थी. उन्होंने कहा था कि, आढ़ती अपनी दुकान में माल लाने और ले जाने में परेशान हो रहे हैं. उसकी बड़ी वजह यह है कि, उनकी दुकान के सामने बनाए गए प्लेटफॉर्म पर सब्जी बेचने वाले अवैध वेंडर्स कब्जा जमाए हुए हैं. आढ़तियों की इस समस्या समाधान जल्द निकाला जाए.
चंडीगढ़ सेक्टर-26 सब्जी मंडी में गंदगी वहीं, आढ़ती एसोसिएशन के सदस्य द्वारा लगातार प्रशासन से सवाल किए जा रहे हैं. उनका कहना है कि पिछले लंबे समय से प्रशासन इस समस्या से अवगत करवाया गया, लेकिन साफ-सफाई को लेकर आज तक कोई भी काम नहीं किया गया है. इसके साथ ही उनका कहना है कि, भले ही प्रशासन को रेवेन्यू समय पर मिल जाता है, लेकिन व्यापारियों को किसी भी तरह की मदद नहीं पहुंचाई जा रही है. जिसके चलते अलग-अलग राज्यों से आने वाली सब्जियां खराब हो जाती हैं.
सेक्टर- 26 की मंडी में सबसे बड़ा मुद्दा साफ-सफाई है. चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा एक टेंडर के जरिए साफ-सफाई की जिम्मेदारी नगर निगम को एक टेंडर के जरिए चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा दी गई है, लेकिन कागजों में नगर निगम द्वारा 40 कर्मचारियों का ब्यौरा दिया गया है. जबकि, मंडी में सफाई करने वाले 10 ही कर्मचारी नजर आते हैं. उन्हें भी सुबह सुबह खाना पूर्ति करते हुए देखा जाता है.
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वहीं, इस मामले में मार्केट कमेटी के सेक्रेटरी रुपेश गर्ग ने बताया कि यह रोजाना की कार्रवाई है. क्योंकि मंडी की जिम्मेदारी मार्केट कमेटी और नगर निगम पर है. नगर निगम को बकायदा प्रशासन द्वारा टेंडर दिया जाता ,है जिसमें वे साफ-सफाई से लेकर अन्य तरह की सुविधाओं के जिम्मेदार हैं. उन्होंने कहा कि, मार्केट कमेटी का काम सिर्फ सुपरविजन करना है. ऐसे में हमारी कोशिश है कि हर एक अधिकारी अपने स्तर पर अपनी जिम्मेदारी को स्पष्ट करें. क्योंकि सेक्टर- 26 मंडी ना सिर्फ चंडीगढ़ बल्कि 3 राज्यों का व्यापारिक स्थान है.