चित्तौड़गढ़/चंडीगढ़:कोरोना से बचाव के लिए फिलहाल वैक्सीनेशन ही एकमात्र उपाय है. इस अहमियत को देखते हुए सरकार लोगों के वैक्सीनेशन पर ध्यान दे रही है, लेकिन ग्रामीण अंचल में टीकाकरण को लेकर एक अजीब सा खौफ देखा जा रहा है. बड़ी सादड़ी उपखंड क्षेत्र में लगाए गए स्पेशल कैंप के प्रति लोगों की बेरुखी दिखाई दी.
यहां तक की वैक्सीनेशन के नाम पर एक वृद्धा इतनी भयभीत हो गई कि वह जंगल में भाग गई और झाड़ियों में जा छुपी. गांव में भी किसी वृद्धा की जंगल में शव पड़े होने की अफवाह फैल गई. इसकी सूचना मिलने पर सरपंच प्रतिनिधि सहित गांव के लोग मौके पर पहुंचे तो झाड़ियों में वृद्धा को पाकर वे भी घबरा गए. पास जाकर देखा तो वृद्धा जीवित थी. इस दौरान वृद्धा को जब उठाने का प्रयास किया तो वे हाथा जोड़ी करते हुए टीका नहीं लगवाने की गुहार लगाने लगी.
इस गांव का है मामला
बता दें, ग्राम पंचायत किरतपुरा के गांव बाघेलों का खेड़ा में बुधवार को यह मामला सामने आया. दोपहर में बागेलों का खेड़ा गांव में टीकाकरण शिविर लगाया गया. गांव में वैक्सीनेशन के प्रति खौफ का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि लोग घर छोड़कर भाग गए. यहां तक कि 70 वर्षीय महिला धापू बाई गमेती वैक्सीनेशन से इतना डरी हुई थी कि सुबह में ही गांव के पास जंगल की घनी झाड़ियों में जाकर छुपकर लेट गई.
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महिला का शव पड़ा होने का अफवाह