चंडीगढ़: किसानों से जुड़े तीन अध्यादेशों को विरोध लगातार जारी हैं. कई किसान संगठनों के अलावा राजनीतिक दल भी इन अध्यादेशों के खिलाफ मुखर हो गए हैं. इसी कड़ी में आज भारतीय किसान यूनियन से बड़ी संख्या से जुड़े किसान अध्यादेश के खिलाफ संसद के बाहर धरना प्रदर्शन करने वाले हैं. इसके अलावा अकाली दल भी अध्यादेशों के विरोध में वोटिंग कर सकता है.
संसद कूद के बारे में जानकारी देते हुए भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने बताया कि किसानों के विरोध के बाद भी केंद्र सरकार कृषि अध्यादेशों को लाना चाहती है, लेकिन किसान भी पीछे हटने वाला नहीं है. उन्होंने बताया कि हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के किसान कृषि क्षेत्र से जुड़े 3 विधेयकों के विरोध में आज संसद के बाहर धरना प्रदर्शन करेंगे.
सिर्फ किसान संगठन ही नहीं बल्कि केंद्र में सरकार के सहयोगी भी इसके विरोध में खड़े हो गए हैं. बताया जा रहा है कि पंजाब में बीजेपी की पुरानी सहयोगी शिरोमणि अकाली दल अध्यादेश से खुश नहीं है. दो दिन पहले सुखबीर बादल ने हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला से दिल्ली में मुलाकात की थी. सूत्रों के मुताबिक अकाली दल ने जेजेपी से कृषि अध्यादेशों पर समर्थन मांगा था.
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गौरतलब है कि भारी विरोध के बीद संसद में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर सोमवार को 3 विधेयक किसान उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) अध्यादेश, आवश्यक वस्तु (संशोधन) अध्यादेश, मूल्य आश्वासन तथा कृषि सेवाओं पर किसान (सशक्तिकरण और संरक्षण) समझौता अध्यादेश, 2020 पेश किए हैं. तीनों अध्यादेश आने के बाद से ही किसान लगातार इसका विरोध कर रहे हैं.