चंडीगढ़: संयुक्त किसान मोर्चा (samyukt kisan morcha) के किसान नेताओं की देर शाम से हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (farmers meeting with Manohar lal khattar) के साथ बैठक चल रही है. चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री आवास पर ये मुलाकात हो रही है. किसान गुरनाम चढूनी, अभिमन्यु कुहड़ व कई अन्य हरियाणा किसान संगठनों के नेता हरियाणा के मुख्यमंत्री से मुलाकात की है. सीएम मनोहर लाल से मिलने पहुंचे किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा था कि हरियाणा और संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से सीएम से मिलने के लिए पहुंचे हैं. इस मुलाकात में सीएम के सामने संयुक्त किसान मोर्चा की मांगों को रखा जाएगा. इनमें मारे गए किसानों को शहीद का दर्जा और सिंधु बॉर्डर पर शहीद किसानों का स्मारक बनाने की मांग शामिल है. किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने की मांग है. इसके अलावा अन्य मांगों पर भी मुख्यमंत्री चर्चा करेंगे.
गौरतलब है कि सरकार द्वारा तीन कृषि कानून निरस्त करने के बाद भी किसान आंदोलन लगातार जारी है. किसान आंदोलन को लेकर अभी तक आखिरी फैसला नहीं हुआ है. संयुक्त किसान मोर्चा सहित पंजाब और हरियाणा के किसान संगठनों की बैठकों का दौर भी लगातार जारी है. बीते बुधवार को ही हरियाणा के 26 किसान संगठनों ने भी सोनीपत के कुंडली बॉर्डर पर बैठक की थी. इस बैठक के खत्म होने के बाद किसान नेता मंदीप सिंह ने कहा था कि जब तक किसानों की सभी मांगें पूरी नहीं हो जाएगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा. हालांकि, संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक यह कहा गया है कि यदि सरकार लिखित में हमारी मांगों को लेकर आश्वासन दे, तो आंदोलन खत्म हो सकता है.
सीएम मनोहर लाल से मिलने पहुंचे किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ये भी पढ़ें-किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने के समर्थन में है हरियाणा सरकार: शिक्षा मंत्री
वहीं कुंडली बॉर्डर पर पंजाब की 32 जत्थेबंदियों ने भी बैठक की थी. इस बैठक के बाद किसान नेता सतनाम सिंह वने कहा था कि केंद्र सरकार ने संयुक्त किसान मोर्चा से एमएसपी पर गारंटी कानून बनाने की कमेटी के लिए पांच नाम मांगे हैं. साथ ही गृह मंत्रालय ने सभी प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों को किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने का प्रस्ताव भेजा है. सतनाम सिंह ने कहा कि 1 व 4 दिसंबर को संयुक्त किसान मोर्चा की बैठके होंगी. जिसमें आंदोलन को खत्म करने को लेकर फैसला लिया जा सकता है. फिलहाल सरकार ने हमारी सभी मांगें मान ली हैं. हालांकि सतनाम सिंह के बयान के बाद पंजाब की 32 जत्थेबंदियों और संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा था कि आंदोलन खत्म नहीं हो रहा है. जब तक सरकार लिखित में हमारी मांगों को लेकर आश्वासन नहीं देती तब तक आंदोलन जारी रहेगा. अब 4 दिसंबर को संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक होनी है.
बता दें कि, किसानों पर दर्ज मुकदमों को लेकर मंगलवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बड़ा बयान देते हुए कहा था कि सरकार ने गृह विभाग से किसानों की मौत और उन पर दर्ज हुए मामलों को लेकर आंकड़े देने को कहा है. जैसे ही आंकड़े मिलेंगे सरकार उस पर आगे फैसला करेगी. मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा कि किसान जो आंकड़ा बता रहे हैं उसमें अंतर है. सरकार उनसे भी आंकड़ा मांगेगी. जैसे ही किसानों के साथ अंतिम बात होगी उसमें प्रदेश सरकार को जो करना होगा वो करेंगे. कयास लगाए जा रहे हैं कि सीएम खट्टर से आज मुलाकात के दौरान किसान नेता इसी मुद्दे पर बात करने वाले हैं.
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