चंडीगढ़:दुनिया के 77 देशों तक चर्चा में रहने वाले 'सेल्फी विद डॉटर' अभियान के ब्रैंड एम्बेसडर के लिए इस बार एक आम चेहरे का चुनाव हुआ है. 'सेल्फी विद डाटर' के हस्ताक्षर अभियान के लिए सिंगल गर्ल चाइल्ड के तौर पर करनाल की मूल निवासी अनवी अग्रवाल का चयन हुआ है. इस उपल्बधि पर ईटीवी भारत की टीम ने अनवी अग्रवाल से खास बातचीत की.
इस बातचीत में अनवी ने कहा कि इतने बड़े अभियान का ब्रांड एंबेसडर बनना मेरे लिए बेहद गर्व की बात है, लेकिन यह एक बड़ी जिम्मेदारी भी है जिसे मैं पूरी लगन के साथ निभाने की कोशिश करूंगी. अनवी ने बताया कि उनके पिता एक पत्रकार हैं. उन्होंने ही उन्हें इस बारे में जानकारी दी थी. तब मैंने उनसे इस अभियान में हिस्सा लेने की बात कही थी. मैंने अपना एक वीडियो बना कर अपनी एप्लीकेशन सबमिट करवाई. जिसके बाद मुझे अभियान का ब्रांड एंबेसडर के लिए चुन लिया गया.
मैं लड़कियों की आवाज सामने लाना चाहती हूं- अनवी
ब्रांड एंबेसडर चुने जाने पर अनवी ने कहा कि यह एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि उनके हिसाब से ब्रांड एंबेसडर का मतलब वह शख्स होता है, जो उन लोगों की आवाज को उठाता है, जो अपनी आवाज खुद नहीं उठा सकते. अनवी ने कहा कि वह लड़कियों के लिए काम करना चाहती हैं. क्योंकि बहुत-सी लड़कियां ऐसी हैं जिन्हें ना तो शिक्षा मिल पाती है और ना ही उन्हें अधिकारों के बारे में पता है. उन लड़कियों की आवाज को सबके सामने लेकर आना चाहती हैं. ताकि उन्हें सब अधिकार मिले और अच्छी शिक्षा भी मिल सके.
'लड़कियों की स्थिति सुधरी, लेकिन बहुत अच्छी नहीं है'
हरियाणा में लड़कियों की स्थिति के बारे में बात करते हुए अवनी ने कहा कि राज्य में लड़कियों की स्थिति पहले के मुकाबले काफी सुधरी है, लेकिन अभी भी उनकी स्थिति को बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता. खासतौर पर लड़कियों को शिक्षा के साधन नहीं मिल पा रहे हैं. अनवी ने कहा कि वो प्रदेश की लड़कियों की स्थिति में सुधारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रभावी कदम उठाने की सरकार से मांग करेंगी.