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शराब घोटाले में सरकार चर्चा नहीं चाहती, क्योंकि इसमें मंत्री और अधिकारियों के नाम सामने आते: अभय सिंह चौटाला

हरियाणा विधानसभा का शीतकालीन सत्र समाप्त हो गया है. अब विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चित काल के लिए स्थगित हो गई है. वहीं, ऐलनाबाद से विधायक अभय सिंह चौटाला ने मनोहर लाल खट्टर सरकार पर शराब घोटाले को लेकर जमकर निशाना साधा. अभय चौटाला ने कहा कि, सरासर ठेकेदारों को बचाने के लिए सरकार द्वारा खेल खेला जा रहा है. अभय चौटाला ने और क्या कुछ कहा जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर...

Ellenabad MLA Abhay Singh Chautala
ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला

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Published : Dec 28, 2022, 7:48 PM IST

चंडीगढ़:बुधवार को विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला को इनेलो द्वारा सोनीपत के अंदर 7.4 लाख के करीब शराब की पेटियां एल-13 गोदाम से गायब होने पर दिए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर बोलना था. जैसे ही प्रस्ताव को टेबल किया गया और अभय सिंह ने बोलना शुरू किया तो डिप्टी स्पीकर द्वारा मामले को कोर्ट में सब-ज्यूडिस होने का हवाला देते हुए चर्चा करने से साफ इनकार कर दिया. (Haryana Assembly Winter Session) (liquor scam in haryana )

अभय सिंह चौटाला ने कहा कि ये सरासर ठेकेदारों को बचाने के लिए सरकार द्वारा खेल खेला जा रहा है और साफ कहता हूं कि स्पीकर सरकार से मिले हुए हैं. अभय चौटाला ने कहा कि शराब घोटाले में सरकार चर्चा नहीं चाहती, क्योंकि इसमें मंत्री और अधिकारियों के नाम सामने आते. उन्होंने कहा कि मंगलवार को जब नशा तस्करों के खिलाफ जो कार्यवाही की जा रही है उस पर ध्यानाकर्षण पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बोलना शुरू किया तो उनके द्वारा 'विध्वंसक' शब्द का इस्तेमाल किया गया, चूंकि मेरे सवाल में विध्वंसक शब्द नहीं था, उसको लेकर मुख्यमंत्री माफी मांगे या अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही की जाए. इतना कह कर उन्होंने ध्यानाकर्षण पर चर्चा न करने को सदन में लोकतंत्र का गला घोंटने और तानाशाही करार देते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया. (Abhay Singh Chautala on liquor scam in haryana)

इसके बाद विधानसभा में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए अभय सिंह चौटाला ने कहा कि, सरकार ने 3 दिन का विधानसभा सत्र बुलाया था और उनकी तरफ से 12 ध्यानाकर्षण प्रस्ताव दिए गए. पहला कॉल अटेंशन बेरोजगारी पर दिया और आज बेरोजजगारी चरम पर है. 2014 से 2022 तक भर्ती परीक्षाओं के लिए एचएसएससी के माध्यम से 169.93 करोड़ रुपए और एचपीएससी के माध्यम से 35.75 करोड़ रुपए आवेदन फीस की गई, लेकिन भर्तियां रद्द होने एवं पेपर लीक होने से युवाओं को रोजगार नहीं मिला. जिन्होंने आवेदन किए उन्हें सरकार उनका पैसा वापस करे. (unemployment in haryana)

इसके साथ ही अभय चौटाला ने कहा कि, गन्ने की कीमत को लेकर सदन में चर्चा हो रही है इस संबंध में हमने कॉल अटेंशन दिया था. गन्ने के रेट बढ़ाने को लेकर कमेटी बनाने की जरूरत नहीं है बढ़ाने होते तो बढ़ा देते इस तरह के बहाने नहीं बनाते. हरियाणा में गन्ने का रेट पंजाब से कम है. हमारी मांग है 425 रुपये प्रति क्विंटल गन्ने के दाम किए जाएं. (sugarcane price in haryana)

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