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अपनी शर्तों पर समर्थन देने को तैयार दुष्यंत चौटाला, बोले - कोई पार्टी अछूत नहीं

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Published : Oct 25, 2019, 5:03 PM IST

Updated : Oct 25, 2019, 9:09 PM IST

एक तरफ हरियाणा में बीजेपी सरकार बनाने की कवायद में लगी है, तो दूसरी तरफ 10 विधायकों वाली जेजेपी ने किसी भी राजनीतिक दल के साथ जाने से पहले कुछ शर्तें रख दी हैं. जानिए क्या हैं शर्तें ?

दुष्यंत चौटाला

चंडीगढ़/दिल्ली: जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला ने हरियाणा में सरकार बनाने को लेकर दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. प्रेस कॉन्फ्रेंस में दुष्यंत चौटाला ने अन्य राजनीतिक दलों के लिए कुछ शर्तें रखी हैं. दुष्यंत चौटाला ने कहा कि कॉमन मिनिमन प्रोग्राम के तहत हम गठबंधन कर सरकार बना सकते हैं.

दुष्यंत चौटाला ने कहा कि जिन मुद्दों को लेकर हम चुनावी मैदान में उतरे थे हम उनसे कोई समझौता नहीं करेंगे. दुष्यंत ने कहा कि जो राजनीतिक दल प्रदेश में युवाओं को नौकरियों में 75 प्रतिशत आरक्षण देगा हम उनके साथ हैं. मीडिया के एक सवाल के जवाब में दुष्यंत ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस और बीजेपी दोनों के खिलाफ चुनाव लड़ा, लेकिन उनके लिए दोनों ही दल अछूते नहीं है.

दुष्यंत ने समर्थन पर नहीं खोले पत्ते, देखें वीडियो

दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हम जिस भी राजनीतिक दल को समर्थन करेंगे वो साझेदारी के साथ होगा. उन्होंने ये भी कहा कि स्थाई सरकार की चाबी हमारे पास है. उन्होंने कहा कि चौ. देवीलाल ने भी त्याग किया था, हम भी त्याग करने को तैयार हैं. दुष्यंत ने कहा कि हम हरियाणा के लिए पॉजिटिव हैं और हमारे मुद्दों के साथ कोई समझौता नहीं होगा.

जेजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की हुई बैठक

दुष्यंत चौटाला के प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले दिल्ली में दुष्यंत चौटाला के आवास 18 जनपथ पर जेजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी और विधायक दल की बैठक हुई. जिसमें दुष्यंत चौटाला को जेजेपी विधायक दल का नेता, ईश्वर सिंह को उपनेता और अमरजीत ढांडा को सतेचक चुना गया.

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तिहाड़ जेल में पिता से मिले दुष्यंत चौटाला
जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला ने इससे पहले अपने पिता अजय चौटाला से तिहाड़ जेल में मुलाकात की. बाप बेटे की ये मुलाकात करीब 25 मिनट तक चली. जेजेपी हरियाणा में तीसरे नंबर की पार्टी बनकर उभरी है और उसके खाते में कुल 10 सीटें हैं. जेजेपी का कहना है कि कांग्रेस और बीजेपी दोनों के साथ उनकी बातचीत चल रही है. दरवाजे दोनों पार्टियों के लिए खुले हुए हैं. वहीं किस पार्टी को समर्थन देना है, इस पर जल्द आखिरी फैसला हो जाएगा.

क्या है चुनाव परिणाम ?
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019 के परिणाम आ चुके हैं. चुनाव परिणाम में किसी भी राजनीतिक दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिली है. वहीं हरियाणा में सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर बीजेपी उभरी है. बीजेपी ने हरियाणा में कुल 40 सीटों पर जीत दर्ज की है. वहीं कांग्रेस ने 31 सीटों पर अपना परचम लहराया है. जननायक जनता पार्टी ने 10 सीटें जीती हैं. वहीं एक सीट इनेलो से अभय चौटाला और 1 सीट सिरसा से हलोपा सुप्रीमो गोपाल कांडा ने जीती है. बाकी 7 निर्दलीयों ने जीत दर्ज की है.

Last Updated : Oct 25, 2019, 9:09 PM IST

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