चंडीगढ़: सनातन धर्म में कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को रोशनी और खुशियों का त्योहार दिवाली मनाते हैं. ज्योतिष के अनुसार इस साल दिवाली रविवार, 12 नवंबर को है. पंचांग और ज्योतिष के अनुसार इस साल दिवाली पर कई शुभ योग बन रहे हैं. आइए जानते हैं आखिर इस साल दिवाली पर किस शुभ योग में धन की देवी माता लक्ष्मी की पूजा-आराधना करें और कैसे करें.
दिवाली 2023 पूजा शुभ मुहूर्त: बता दें कि इस साल दिवाली पर मां लक्ष्मी की पूजा के लिए 2 शुभ मुहूर्त है. दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजा के लिए पहला शुभ मुहूर्त शाम में 5:38 बजे से शाम 7:35 बजे तक है. इसके अलावा 12 नवंबर की रात्रि में 11:35 बजे से देर रात 12:32 तक लक्ष्मी पूजा के लिए निशिता काल में पूजा के लिए मुहूर्त है. ज्योतिष के अनुसार दिवाली के दिन प्रदोष काल में माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा-अर्चना का विशेष महत्व है. इस दिन आयुष्मान योग: 12 नवंबर, प्रात: काल से शाम 04:25 बजे तक है. वहीं, सौभाग्य योग: शाम 04:25 बजे से 13 नवंबर को दोपहर 03:23 बजे तक है. इस दिन स्वाती नक्षत्र: 12 नवंबर, प्रात: काल से देर रात 02:51 बजे तक है.
दिवाली के दिन कैसे करें माता लक्ष्मी की पूजा: दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजा करने के लिए सबसे पहले स्नान आदि करने के बाद स्वच्छ वस्त्र पहनें और पूजा स्थल पर बैठकर संकल्प लें. घर के ईशान कोण या उत्तर दिशा में पूजा स्थल पर लाल कपड़ा बिछाएं. इसके बाद लाल कपड़े पर लक्ष्मी और गणेश की प्रतिमा स्थापित करें. इसके बाद माता लक्ष्मी और भगवान गणेश का आचमन करें. इसके बाद गंगाजल से विघ्नहर्ता श्री गणेश और माता लक्ष्मी जी को स्नान कराएं. इसके बाद इत्र और वस्त्र अर्पित करें.
लक्ष्मी-गणेश पूजा विधि-विधान: वस्त्र अर्पित करने के बाद माता लक्ष्मी को गुलाब या कमल का फूल चढ़ाएं. इसके बाद भगवान गणेश को वस्त्र, फूल और इत्र चढ़ाएं. इसके बाद सभी देवी-देवताओं को चंदन लगाएं और अक्षत (चावल) चढ़ाएं. इसके बाद माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की विधि-विधान से पूजा-अर्चना करें. पूजा के बाद लक्ष्मी-गणेश जी की आरती करें और फिर क्षमा याचना करें.
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