चंडीगढ़: हरियाणा बजट सत्र के दूसरे चरण का आखिरी दिन कई मायनों में खास रहा. विधायकों ने कई अहम मुद्दों को उठाया तो विपक्ष ने भी सरकार को घेरा. वहीं, उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने हाल ही में ओलावृष्टि और भारी बारिश से खराब हुई फसल को लेकर भी कहा कि किसानों को काफी नुकसान हुआ है. अब तक पोर्टल के माध्यम से 2 हजार 720 गांवों के 34064 किसानों ने 157557 एकड़ भूमि का खराबा बारे में अवगत कराया है. उन्होंने कहा कि 11 जिलों में वर्तमान में बारिश से रबी की फसलों को नुकसान हुआ है. जिसका गिरदावरी करवाकर आकलन किया जा रहा है.
'फसल नुकसान की किसानों को दी राशि':उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बुधवार को विधानसभा में बजट सत्र के अंतिम दिन ध्यानाकर्षण प्रस्ताव का जवाब देते हुए कहा कि साल 2022 में ओलावृष्टि से फसल के हुए नुकसान की भरपाई के लिए 151.42 करोड़ रुपए तथा 2021 में भारी वर्षा से हुए नुकसान की भरपाई के लिए 614. 63 करोड़ रुपए और 2020 में खरीफ फसल के नुकसान के लिए 269.77 करोड़ रुपए और रबी फसल के लिए 114.44 करोड़ रुपए किसानों को दिए गए हैं. इस प्रकार पिछले 4 साल में 1150.26 करोड़ रुपए किसानों को देने का कार्य किया है. जो की यूपीए सरकार के 10 साल के बराबर है.
'किसानों को चेक नहीं बैंक ट्रांसफर की सुविधा': उप मुख्यमंत्री ने कहा कि भिवानी में वर्ष 2020 में रबी फसल के मुआवजे के रूप में 8.62 करोड़ रुपए तथा खरीफ फसल 2021 के दौरान हुए नुकसान की भरपाई के लिए 7.70 करोड़ रुपए भेजे गए हैं. उन्होंने कहा कि अब किसानों को चेक नहीं दिए जा रहे केवल बैंक ट्रांसफर की सुविधा भी उपलब्ध करवाई जाती है. इसलिए किसानों को अपना खाता अपडेट करना होगा. जैसे ही ट्रेजरी में किसान अपना खाता अपडेट करवाएंगे उनके खाते में पैसा चला जाएगा.
'किसानों के खाते में भेजा पैसा':उप मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2010 से लेकर 2015 तक 1000 करोड़ रुपए ट्रेजरी में पड़ा हुआ है, किसान क्लेम लेने के लिए नहीं आते. यदि किसान इस पैसे को लेने नहीं आते तो उसे किसानों के उत्थान में ही खर्च कर दिया जाएगा. इसी प्रकार प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत भी 5657.02 करोड़ रुपए खरीफ 2016 से रबी 2021-22 तक का पैसा अलग से किसानों के खाते में भेजा गया है.