चंडीगढ़: हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि प्रदेश के शहरों और कस्बों में यातायात का दबाव कम करने के लिए आवश्यकता अनुसार बाईपास रोड बनाए जाएंगे. आज उन्होंने राज्य के करीब एक दर्जन बाईपास रोड के मामलों की विस्तार से सुनवाई की और अधिकारियों को इस दिशा में आगे कार्रवाई करने के निर्देश दिए.
उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने शुक्रवार को चंडीगढ़ में राज्य के कई बाईपास रोड का निर्माण करने को लेकर बैठक बुलाई थी. इस अवसर पर बैठक में विधायक मोहम्मद इलियास के अलावा अतिरिक्त मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद एवं अंकुर गुप्ता समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे. इस दौरान दुष्यंत चौटाला ने कहा कि सड़कें किसी भी प्रदेश की आधारभूत संरचना का अहम हिस्सा होती हैं, इसीलिए राज्य सरकार आवश्यकतानुसार सड़कें और बाईपास रोड का निर्माण कर रही है. उनकी अध्यक्षता में विभिन्न 12 बाईपास रोड बनाने के मामलों पर चर्चा की गई.
इस दौरान डिप्टी सीएम ने इन बाइपास के निर्माण के लिए लोक निर्माण विभाग द्वारा तैयार किए गए नक्शा व प्लान देखे और जमीन की उपलब्धता, अधिक से अधिक लोगों को सुविधाजनक यातायात की व्यवस्था देने आदि के बारे में विचार-विमर्श किया. उन्होंने रेवाड़ी जिले के कोसली में नया बाईपास रोड तैयार करने, नूह जिले के पिनगंवा, जींद जिले के उचाना में साउदर्न-बाईपास, हिसार जिले के नारनौंद में नया बाईपास रोड बनाने के लिए चर्चा की.
इस बैठक में दुष्यंत चौटाला ने सोनीपत जिले के गोहाना व गन्नौर कस्बा का फोरलेन बाईपास, झज्जर जिले के बेरी कस्बा का नया बाईपास, सोंधी व पेल्पा बाईपास, चरखी दादरी जिले के बाढड़ा कस्बा का बाईपास बनाने के लिए आगे की कार्रवाई करने के निर्देश दिए. इनके अलावा डिप्टी सीएम ने द्वारका एक्सप्रेसवे से एम्स बाढसा तक नया रोड बनाने, पलवल जिले के मंडकोला सिलानी रोड को डीएनडी, केएमपी एवं दिल्ली वडोदरा एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए लिंक रोड बनाने पर भी विस्तार से चर्चा की.
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