चंडीगढ़: हरियाणा के बिजली मंत्री चौधरी रणजीत सिंह ने कहा कि साल 1901 के बाद इस साल उत्तरी भारत के राज्यों में भीषण गर्मी पड़ी. इस वजह से मई-महीने में तापमान 48.3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने के बावजूद हरियाणा ही एक ऐसा राज्य रहा जहां इस महीने बिजली के कट नहीं लगे. उन्होंने कहा कि उपलब्धता से अधिक बिजली की मांग को पूरा किया गया है. यह सब सरकार के बेहतर बिजली प्रबंधन के चलते ही संभव हो सका. बिजली मंत्री ने यह जानकारी अपने चंडीगढ़ दफ्तर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए दी.
बिजली मंत्री चौधरी रणजीत सिंह ने वीरवार को अपने चंडीगढ़ कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि प्रदेश में पहली मई से निर्बाध बिजली की आपूर्ति की जा रही है और पिछले पांच दिनों से रात में कोई भी बिजली के कट नहीं लगे है. किसी प्रकार की तकनीकी खराबी को छोडक़र यहां तक की गुरुग्राम और फरीदाबाद जैसे बड़े इंडस्ट्रियल सिटी में भी फैक्ट्रियों को भी पूरी बिजली दी गई. उन्होंने कहा कि अदानी ग्रुप से 500 मेगावॉट अतिरिक्त बिजली मिलनी शुरू हो गई है. इससे 500 मेगावाट और बिजली शीघ्र मिलने लग जाएगी.
बिजली मंत्री ने बताया कि अदानी ग्रुप से 1424 मेगावाट, छतीसगढ़ से 350 मेगावाट, मध्यप्रदेश से 150 मेगावाट, सिक्कम से हाइड्रो-पावर से 500 मेगावाट अतिरिक्त बिजली खरीद के प्रबंध किए गए हैं. खेदड़ प्लांट की 600 मेगावाट की एक इकाइ का रुटर खराब हो गया था जो चीन से मंगवा लिया गया है. इसको बदलने में कुछ समय लगेगा. संभावना है कि इस महीने के अंत तक इससे भी 600 मेगावाट अतिरिक्त बिजली मिलने लग जाएगी. इस प्रकार कुल, 3024 मेगावाट अतिरिक्त बिजली के प्रबंध किए गए हैं.