चंडीगढ़: मंगलवार को दीपेंद्र हुड्डा ने राज्यसभा में भारतीय सेना में अहीर रेजिमेंट का गठन करने का मुद्दा उठाया (Ahir Regiment in Indian Army). प्रश्नकाल के दौरान दीपेंद्र हुड्डा ने यादव समाज के गौरवशाली इतिहास और देश के लिए किए गए उनके बलिदान का जिक्र करते हुए कहा कि हल और हथियार चलाने में पारंगत यादव कौम ने देश के लिए अप्रतिम योगदान दिया है. 1857 के स्वतंत्रता संग्राम से लेकर आज तक जब भी देश के लिए कुछ कर गुजरने का मौका मिला है, तो यादव समाज ने अद्भुत साहस और शौर्य दिखाया है.
इसके साथ दीपेंद्र हुड्डा ने (Deepender Hooda in Rajya Sabha) देश के लिए बलिदान होने वाले यादव वीरों का सम्मान करते हुए केंद्र सरकार को भारतीय सेना में अविलंब अहीर रेजिमेंट का गठन करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि जब-जब देश में कोई हमला हुआ है, तब 'जय यादव, जय माधव' का नारा गूंजा है. ऐसे में अब समय आ गया है कि भारतीय सेना में अहीर रेजिमेंट की स्थापना की जाए. गौरतलब है कि हरियाणा में लगातार अहीर रेजिमेंट का गठन करने की मांग उठती आ रही है. गुरुग्राम में 4 फरवरी से संयुक्त अहीर रेजिमेंट के बैनर तले अहीर रेजिमेंट की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरने की शुरुआत की गई थी.
संयुक्त अहीर रेजिमेंट मोर्चा के सदस्यों का कहना है कि या तो भारतीय सेना में बनी बाकी रेजिमेंट को भी रद्द किया जाए. नहीं तो अहीर रेजिमेंट का गठन कर अहिरों को भी उनका हक दिया जाए. बता दें कि अहीर रेजिमेंट की मांग बीते काफी समय से उठती आ रही है. जिसके चलते प्रदेश में अलग-अलग जगहों पर धरने प्रदर्शन तक किए जा रहे है. साइबर सिटी के खेड़की दौला टोल पर भारतीय सेना में अहीर रेजिमेंट की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरना चल रहा (Samyukat Ahir Regiment Morcha Protest in Gurugram) है. धरने को अब भारतीय सेना से रिटायर्ड अधिकारियों का समर्थन मिलने लगा है. सेना से रिटायर्ड मेजर टीसी राव समेत कई अधिकारियों ने धरने में अपना समर्थन दिया है.