चंडीगढ़: हरियाणा की महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री कमलेश ढांडा ने कहा कि दत्तक-ग्रहण की प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए विभाग द्वारा निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं. विभाग के माध्यम से अब तक देश और विदेश में 468 बच्चों को परिवार का प्यार मिला है. कमलेश ढांडा ने यह बात पंचकूला में "अंतर्राष्ट्रीय दत्तक ग्रहण माह" कार्यक्रम (International Adoption Month in Panchkula) के दौरान कही.
Dattak Grahan Prakriya: मंत्री कमलेश ढांडा बोलीं- देश और विदेश में 468 बच्चों को मिल चुका है परिवार - दत्तक ग्रहण की प्रक्रिया
हरियाणा के 87 अनाथों को अब विदेश में मां-बाप का प्यार मिलेगा. नवंबर में मनाए जाने वाले दत्तक ग्रहण प्रक्रिया ( Dattak Grahan Prakriya haryana) के तहत अब राज्य के 468 अनाथों को परिवार का प्यार मिल चुका है. सूबे की सरकार की ओर से इस प्रक्रिया को कानूनी रूप देने के लिए 7 एजेंसियां भी स्थापित की गई है.
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उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा प्रति वर्ष नवंबर माह को दत्तक ग्रहण माह के तौर पर मनाया जाता है. इस बार केंद्र सरकार की तर्ज पर ही प्रदेश में भी दत्तक-ग्रहण माह का आयोजन किया गया है. इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य कानूनी दत्तक ग्रहण की प्रक्रिया को बढावा देना है.
राज्य मंत्री कमलेश ढांडा ने कहा कि प्रदेश में 7 विशेष एजेंसियां बच्चों को गोद देने के लिए स्थापित की जा चुकी हैं. अब तक देश में 381 व विदेशों में 87 बच्चों को गोद दिया जा चुका है. इस अवसर पर उन्होंने बच्चों को गोद लेने की प्रक्रिया व नियमों पर आधारित पुस्तक का विमोचन भी किया. इस मौके पर विभाग की निदेशक एवं सचिव अमनीत पी. कुमार ने बच्चों के विकास के लिए चलाई गई विभिन्न स्कीमों और बच्चों को गोद लेने की नई गाइडलाइन्स के बारे में जानकारी दी.
इस अवसर पर एक दिवसीय वर्कशाप का आयोजन भी किया गया. जिसमें विभिन्न विभागों के लगभग 200 प्रतिभागियों और विभिन्न जिलों एवं राज्यों से आये दत्तक माता-पिता ने भाग लिया.