चंडीगढ़ः बिन मौसम हुई बारिश और ओलावृष्टि से हरियाणा के किसानों को काफी नुकसान हुआ है. कई जिलों में तो किसानों की पूरी की पूरी फसले इस बारिश में खराब हो गई. जिसके चलते अब किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है.
फतेहाबाद के टोहाना की अनाज मंडी में गेहूं की खरीद न होने के चलते खुले में पड़ी गेहूं बारिश के पानी से खराब हो गई. जिसके बाद अब किसानों ने अधिकारियों पर खरीद न करवाने का आरोप लगाते हुए सरकार से उचित मुआवजे की मांग की है. जिससे उनके नुकसान की भरपाई हो सके. इसके अलावा किसानों ने बाकी बची फसल की भी तुंरत खरीद करने की मांग की है.
ओलावृष्टि से फसलें बर्बाद सिरसा में मूसलाधार बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि से किसानों के खेतों में खड़ी गेहूं की फसल को नुकसान हुआ है. इसके अलावा सिरसा के अनाज मंडी में खुले में पड़ी गेहूं की फसल भी भीग गई. बारिश से हुए नुकसान से परेशान सिरसा के किसानों ने अब सरकार से मुआवजा देने की मांग की है. किसानों का कहना है कि पिछले तीन-चार दिनों से मंडी में गेहूं पड़ी है लेकिन अभी तक उसकी खरीदी नहीं हो पाई.
कैथल के गुहला चीका में रुक रुक कर हो रही बारिश में चीका की नई अनाज मंडी में किसानों की गेहूं की बारिश के पानी में बह रही है. हालांकि कुदरत के इस कहर से किसान अपनी फसल को बचाने का हर संभव प्रयास कर रहा है, लेकिन आसमानी आफत ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया. किसानों का कहना है कि मार्केट कमेटी द्वारा जो मंडी में पानी भरा हुआ है. उसकी भी निकासी को लेकर किसी तरह के कोई प्रबंध नहीं किए गए हैं. जिससे इस पानी में डूबकर किसानों की फसलें बर्बाद हो रही है.
गौरतलब है कि हरियाणा के किसानों पर पहले ही कुदरत की मार है उपर से अधिकारियों की लापरवाही का भुगातन भी इन किसानों को ही करना पड़ा रहा है. ऐसे में प्रदेश का किसान आखिर जाए तो जाए कहां. फिलहाल तो वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने किसानों के लिए उचित मुआवजे की मांग को लेकर जांच के आदेश दिए हैं.