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100 से ज्यादा हत्या करने वाला डॉक्टर गिरफ्तार, मगरमच्छों को खिलाता था लाशें

दिल्ली की क्राइम ब्रांच की नारकोटिक्स ब्रांच ने एक कुख्यात अपराधी को गिरफ्तार किया है. आरोपी 2004 के किडनी ट्रांसप्लांट कांड में भी गिरफ्तार हुआ था और अदालत से सजा हो जाने के बाद पैरोल लेकर फरार हो गया था.

delhi serial killer
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Published : Jul 30, 2020, 4:09 PM IST

नई दिल्लीः पैरोल लेकर फरार हुए एक सीरियल किलर को क्राइम ब्रांच की नारकोटिक्स ब्रांच ने गिरफ्तार किया है. आरोपी देवेंद्र शर्मा पर 2002-04 के बीच दर्जन भर से ज्यादा ट्रक/टैक्सी चालक की हत्या का आरोप लगा था. देवेंद्र शर्मा पर 100 से ज्यादा वारदातों को अंजाम देने का आरोप है.

फरार होने के बाद गुपचुप तरीके से शादी कर आरोपी दिल्ली में छुपकर रह रहा था. उसकी गिरफ्तारी की जानकारी जयपुर पुलिस को दे दी गई है. जानकारी के अनुसार क्राइम ब्रांच की नारकोटिक्स सेल फरार चल रहे अपराधियों को लेकर काम कर रही थी. इस दौरान इंस्पेक्टर राम मनोहर मिश्रा को सूचना मिली कि हाइवे का एक सीरियल किलर दिल्ली में छुपा हुआ है.

अदालत से उसे सजा हो चुकी है. लेकिन वह पैरोल लेकर फरार हो गया. वह दिल्ली में अपनी पत्नी के साथ छुपकर रहता है. इस जानकारी पर नारकोटिक्स सेल के एसीपी जेएन झा की देखरेख में इंस्पेक्टर राम मनोहर मिश्रा, एसआई श्याम शरण और हवलदार अशोक नगर की टीम ने आरोपी देवेंद्र शर्मा को गिरफ्तार कर लिया.

दिल्ली में सीरियल किलर डॉक्टर गिरफ्तार, मगरमच्छों को खिलाता था लाशें.

हत्या कर मगरमच्छ वाले नहर में फेंकता था शव

आरोपी ने पुलिस पूछताछ में खुलासा किया कि वो अब तक वो 100 से ज्यादा ट्रक और टैक्सी ड्राइवरों को अगवा करने के बाद उनकी हत्या कर चुका है. हत्या के बाद शवों को वो नदी में फेंक देता था और शव मगरमच्छ खा जाते थे. लूटे गए टैक्सी एवं ट्रक को वह बेच देते थे. जयपुर से हत्यारा देवेंद्र शर्मा लगभग एक साल पहले पैरोल लेकर फरार हो गया था. इसे लेकर जयपुर में एफआईआर दर्ज की गई थी.

अलीगढ़ का रहने वाला, खोली थी फर्जी गैस एजेंसी

62 साल का देवेंद्र मूलरूप से अलीगढ़ का रहने वाला है. आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसने बिहार के सीवान से 1984 में बीएएमएस की डिग्री ली और जयपुर में जनता हॉस्पिटल के नाम से एक क्लीनिक खोला. उसके बाद 1994 में उसने एक गैस एजेंसी की डीलरशिप पाने के लिए 11 लाख रुपये खर्च किये, लेकिन कंपनी के लोगों ने निवेशकों के साथ धोखाधड़ी की और देवेंद्र का पैसा मारा गया.

उसके बाद देवेंद्र ने घाटा पूरा करने के लिए 1995 में अलीगढ़ में एक फर्जी गैस एजेंसी खोल ली. शुरुआत में वो लखनऊ से कुछ सिलेंडर और गैस चूल्हे लाया, लेकिन बाद में उसके लिए ये मुश्किल हो गया. फिर वो उदयवीर, वेदवीर और राज के संपर्क में आया. सभी मिलकर गैस सिलेंडर से भरे ट्रकों के ड्राइवर की हत्या करने के बाद ट्रकों के सिलिंडर अपनी गैस एजेंसी में उतारकर ट्रकों को मेरठ में कटवा देते थे.

किडनी ट्रांसप्लांट रैकेट में भी रहा शामिल

देवेंद्र शर्मा पर उत्तर प्रदेश में नकली गैस एजेंसी खोलने के दो मामले भी दर्ज हैं. देवेंद्र शर्मा 2004 के कुख्यात किडनी ट्रांसप्लांट कांड में भी जयपुर, बल्लभगढ़ और गुड़गांव के केस में गिरफ्तार हुआ था. उसने 125 से ज्यादा किडनी ट्रांसप्लांट करवाए थे. देवेंद्र शर्मा के खिलाफ अपहरण और हत्या के दर्जनों मामले दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान में 2002 के बाद दर्ज हुए थे. इनमें से कई केस में उसे उम्र कैद की सजा सुनाई गई है.

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