चंडीगढ़: कोठी पर कब्जा करने के मामले में पकड़े गए आरोपित पूर्व एसएचओ राजदीप को चंडीगढ़ पुलिस ने सोमवार दोपहर बाद जिला अदालत में पेश किया. इससे पहले पुलिस ने शनिवार को आरोपित राजदीप को कोर्ट में पेश कर दो दिन के रिमांड पर किया था. सोमवार को दोबारा आरोपित को अदालत में पेश किया गया, जहां से कोर्ट ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
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वहीं, राजदीप के वकील हरिश भारद्वाज का कहना है कि राजदीप पर झूठे आरोप लगाकर फंसाने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि जब राजदीप सेक्टर-39 थाने में प्रभारी थे तो उन्होंने 100 नंबर की कॉल पर एक्शन लिया था, इसमें मेडिकल सर्टिफिकेट और कोठी की शिकायत जैसी कोई बात नहीं जुड़ी है.
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कोर्ट में पुलिस ने ये भी दलील थी कि राजदीप ने कोठी मालिक की शिकायत को दर्ज ही नहीं किया था, जबकि राहुल मेहता ने उन्हें लिखित में शिकायत दी थी. इसके अलावा पुलिस ये भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि राजदीप ने केस रजिस्टर्ड न करने की एवज में कहीं कोई राशि तो नहीं ली थी या ली थी तो वो रकम कितनी थी, अभी तक इन पहलुओ के बारे पुलिस कोई भी सुराग का पता नहीं लगा पाई है. वहीं, ये बात भी सामने आई थी कि रिमांड के दौरान राजदीप पुलिस पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहा था.