चंडीगढ़:हरियाणा के जिले भिवानी में शनिवार सुबह पहाड़ खिसकने से हादसा (landslide in bhiwani) हो गया है, जिनमें से तीन लोगों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है और चार लोगों की मृत्यु की पुष्टि हई है. हादसे के बाद पूरा जिला प्रशासन मौके पर पहुंच चुका है. इस हादसे के लिए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा (kumari selja) ने प्रदेश सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. कुमारी सैलजा ने इस दुर्घटना पर गहरा दुःख व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि ये घटना मन को व्यथित करने वाली है और वह इससे आहत हैं. इस हादसे की जिम्मेदार हरियाणा की भाजपा-जजपा सरकार है.
कुमारी सैलजा ने कहा कि नए साल पर यह दुर्घटना बेहद दुखदाई है. जिन्होंने भी अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं एवं मृतकों को भावभीनी श्रद्धांजलि है. इस मामले पर प्रश्न खड़ा करते हुए कुमारी सैलजा ने कहा कि सरकार की ऐसी लापरवाही के कारण कई लोगों ने अपनी जान गंवा दी और कई लोग घायल हो गए हैं. इस लापरवाही के लिए मौजूदा सरकार पूरी तरह जिम्मेदार है. सैलजा ने कहा कि सरकार व प्रशासन युद्ध स्तर पर दबे लोगों को बाहर निकाले.
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हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि डाडम प्रकरण की जांच सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज की देखरेख में होनी चाहिए. तभी हजारों करोड़ के इस खनन कांड की परतें खुल सकेंगी. डाडम में हुए अवैध खनन और बिना अनुमति के जमीन में अंदर तक की गई खुदाई के आरोप खुद भिवानी से भाजपा सांसद भी लगा चुके हैं. इससे साफ है कि डाडम में कुछ भी ठीक नहीं था. यहां अरावली का सीना चीरा गया और बेशकीमती पत्थर के बेहिसाब खनन कर देश-प्रदेश को टैक्स से मिलने वाले राजस्व की चोरी की गई.
कुमारी सैलजा ने कहा कि अगर निष्पक्ष जांच हो तो डाडम खनन कांड प्रदेश के इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा घोटाला साबित हो सकता है. इसका दायरा लोगों की सोच से भी ऊपर जा सकता है इसलिए इसकी उच्चस्तरीय निष्पक्ष जांच होना अत्यंत जरूरी है. कुमारी सैलजा ने कहा कि डाडम पहाड़ गिरने से जान गंवाने वालों के परिजनों व घायलों के लिए प्रदेश सरकार ने किसी तरह की घोषणा नहीं की है. इससे प्रदेश सरकार की संवेदनहीनता का पता चलता है. कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि पहाड़ गिरने से जान गंवाने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को 25-25 लाख रुपये सहायता राशि व घायलों के लिए 10-10 लाख रुपये क्षतिपूर्ति राशि जारी की जानी चाहिए.
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हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि डाडम में अरावली का चीरहरण एक सुनियोजित साजिश के तहत किया गया. किसी भी खनन कंपनी या माफिया में इतनी हिम्मत नहीं कि वे अपने दम पर एक पहाड़ को खोखला कर सके. इसमें बाकायदा हिस्सेदारियां तय हैं इसलिए आम लोगों के साथ ही मीडिया की एंट्री, कैमरों व ड्रोन पर डाडम खनन एरिया में प्रतिबंध लगाया हुआ है. यह सब इसीलिए किया गया, ताकि अपनी मनमर्जी से पहाड़ को चीर सकें. इसका नतीजा ही अब पहाड़ का गिरना है.
गौरतलब होगा कि भिवानी जिले के तोशाम विधानसभा क्षेत्र के तहत डाडम गांव खनन कार्यों के लिए जाना जाता है. आज सुबह करीबन सवा आठ बजे खनन कार्य के दौरान पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा अचानक से दरक गया, जिसके चलते वहां खड़ी आधा दर्जन के करीब पोपलैंड मशीनें और डंफर दब गए. इसके साथ ही लगभग पांच से दस से लोगों के दबे होने की खबर थी. जिसके बाद प्रशासन राहत बचाव के कार्य में जुट गया. अभी तक चार लोगों की मौत की खबर है, तीन लोगों को निकालकर अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. कुछ और लोगों के दबे होने की आंशका जताई जा रही है. वहीं राहत बचाव कार्य भी जारी है.
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