चंडीगढ़: तीनों कृषि कानूनों को लेकर सूबे में आग अभी भी सुलग रही है. एक तरफ बीजेपी सरकार इन कानूनों को किसान हितैशी बता कर अपने फैसले पर अड़िग है, वहीं कांग्रेस पार्टी इन कानूनों को किसानों का गला घौटने वाला कानून बता कर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. नतीजतन शुक्रवार का दिन हरियाणा का हर जिला, हर शहर धरना-प्रदर्शन के नाम रहा.
पूरे प्रदेश में धरना प्रदर्शन!
कैथल, पानीपत, कुरुक्षेत्र, चरखी दादरी, पंचकूला, फतेहाबाद, फरीदाबाद, यमुनानगर जहां नजर उठाओ विरोध और नारेबाजी का शोर है. कांग्रेसी नेता तीनों कृषि कानून के खिलाफ कहीं पैदल मार्च कर रहे हैं तो कहीं ट्रैक्टर पर रैली, कहीं पुतले फूंके जा रहे हैं, तो कहीं हाथों में तख्तियां थामें विरोध जता रहे हैं. पूरे प्रदेश में दिनभर बस यही माजरा देखने को मिला.
कैथल में रणदीप सुरजेवाला का ललकार
कांग्रेस के दिग्गज नेता भी शांत नहीं दिखे. कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कैथल में हरियाणा और केंद्र सरकार को ललकारा. सुरजेवाला ने कहा कि मोदी, खट्टर और दुष्यंत की जोड़ी ने खेत, खलिहान, अनाज मंडी के ऊपर तीन नए कानून बनाकर क्रूर प्रहार किया है.
उन्होंने कहा कि अब ये साफ है कि मोदी सरकार अपने पूंजीपति मित्रों के जरिए ईस्ट इंडिया कंपनी बना रहे हैं. अन्नदाता किसान व मजदूर की मेहनत को मुट्ठी भर पूंजीपतियों की जंजीरों में जकड़ना चाहती है. किसान को लागत और साथ में 50 प्रतिशत मुनाफा का सपना दिखा सत्ता में आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 कानूनों के माध्यम से खेती के खात्में का पूरा उपन्यास लिख दिया.
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