चंडीगढ़:कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला (Congress General Secretary Randeep Singh Surjewala) ने ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए कहा है कि ममता कांग्रेस को कमजोर करना चाहती हैं लेकिन वो ऐसा कर नहीं पाएंगी. ममता बनर्जी (Bengal CM Mamata Banerjee) कभी कांग्रेस का विकल्प नहीं बन सकतीं. वो कितनी भी कोशिश कर लें वो बंगाल को छोड़कर किसी भी अन्य राज्य में कभी नहीं जीत पाएंगी. भाजपा को कोई हरा सकता है तो वो कांग्रेस है, क्षेत्रीय दलों के बस की बात ये नहीं है. मोदी सरकार पर तीखे हमले करने के लिए प्रसिद्ध सुरजेवाला (Randeep Surjewala on BJP government) ने ये बातें ईटीवी भारत के रीजनल एडिटर सचिन शर्मा से विशेष साक्षात्कार में कहीं.
रणदीप सिंह सुरजेवाला के मुताबिक पंजाब (Surjewala on punjab election) में कुछ भी हुआ हो लेकिन कांग्रेस की नीतियां वहां उसे फिर से सत्ता दिलाएंगी. उत्तर प्रदेश को लेकर भी सुरजेवाला काफी आशावादी दिखे. उन्होंने प्रियंका गांधी पर भरोसा जताते हुए कहा कि कांग्रेस को यूपी में किसी गठबंधन की जरूरत नहीं है. कांग्रेस अपने बलबूते यूपी में विधानसभा चुनाव (Surjewala on Utter Pradesh Assembly elections) लड़ेगी. आप भी इस रोचक बातचीत को सुनिए..
सवाल: बीजेपी सरकार ने तीन कृषि कानून वापस ले लिए, तो क्या विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के हाथ से बड़ा मुद्दा फिसल गया?
जवाब: सबसे पहले तो ये कभी राजनीतिक मुद्दा नहीं था. किसानों को, आढ़तियों को, मजदूरों को मोदी जी पर विश्वास नहीं है, क्योंकि उन्होंने अपनी विश्वसनीयता खो दी है. अब से पहले ही बीजेपी सांसद साक्षी महाराज (BJP MP Sakshi Maharaj) जी ने कह दिया है कि फैसला वापस विधानसभा चुनाव तक लिया गाय है, उसके बाद तीन कृषि कानूनों (Three Farm Laws) को शक्ल बदल कर दोबारा लागू कर दिया जाएगा. किसान को मोदी जी की बात पर भरोसा नहीं है. किसान इंतजार कर रहे हैं कि सरकार किसान विरोधी रवैये को वापस ले और वाकई किसानों के कल्याण के लिए काम करें.
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सवाल: हिंदुत्व के मुद्दे को कांग्रेस ने इस समय क्यों छेड़ा? क्या सलमान खुर्शीद की किताब (salman khurshid Book Controversy), हिंदुत्व पर राशिद अल्वी और राहुल गांधी का बयान ये वाकई संयोग है.? क्या ये बयान अल्पसंख्यक वोटों के लिए है?
जवाब: कांग्रेस का मानना है कि आज, कल और परसों भी और भविष्य में भी कि मेरा भगवान मेरे मानने की चीज है. मेरे भगवान के प्रति श्रद्धा मेरी है. अगर राहुल गांधी भगवान शिव के भक्त हैं, अगर वो कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर पैदल जाते हैं, अगर राहुल (Rahul Gandhi) जी वैष्णों देवी यात्रा पर जाते हैं, तो भाजपाइयों के पेट में दर्द क्यों हो जाता है. हमारी भारतीय सभ्यता तो सभी धर्मों का सम्मान करना सिखाती है. भारतीय जनता पार्टी धर्म को नफरत को नाजायज तौर पर इस्तेमाल करना चाहती है.
सवाल: मनीष तिवारी ने 9/11 हमले को लेकर यूपीए सरकार यानी सरदार मनमोहन सिंह की सरकार पर सवाल उठाए, तो क्या G23 के नेता सरकार के लिए मुसीबत बन गए हैं.
जवाब: मैं किताबों पर टिप्पणी नहीं करता. जो कितान ना छपी ना आई उस पर मैं टिप्पणी नहीं कर सकता. सलमान खुर्शीद जी की व्यक्तिगत राय पर मैं नहीं बोल सकता. पार्टी की राय मैं पहले भी दे चुका हूं.
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सवाल: जी23 के नेता अक्सर फुल टाइम अध्यक्ष की मांग करते रहे हैं. क्या समस्या आ रही है, चुनाव होने पर गांधी परिवार को समस्या आ सकती है?
जवाब: ऐसे सवाल होते हैं इससे साफ होता है कि कांग्रेस में आज भी लोकतंत्र है. क्या कभी किसी ने अमित शाह से पूछा कि वो दो बार अध्यक्ष चुने गए. उनके वोट कहां डाले गए, किस पेटी में डाले गए थे. बीजेपी में ना खाता ना बही जो मोदी जी कह दें वही सही. मोदी जी ने फैसला कर दिया अमित शाह होंगे अमित शाह बन गए. मोदी जी ने फैसला कर दिया नड्डा साहब होंगे तो नड्डा साहब बन गए, लेकिन हमारे पार्टी के नेताओं को सवाल पूछने का अधिकार है. कांग्रेस चुनाव समिति ने बकायदा कांग्रेस का चुनाव शेड्यूल जारी (Congress President Election Schedule) कर दिया है. 31 मार्च तक मेंबरशिप होगी, उसके बाद ब्लॉक से अध्यक्ष पद तक के लिए चुनाव होगा.
सवाल: उत्तर प्रदेश चुनाव में देखा जाए तो अखिलेश यादव और मायावती ज्यादा मजबूत विपक्षी नेता दिख रहे हैं. कड़े मुकाबले में क्या कांग्रेस अपना लक्ष्य हासिल कर लेगी.
जवाब: उत्तर प्रेदश में एकमात्र विपक्ष की नेता हैं. वो हैं सिर्फ श्रीमती प्रियंका गांधी. कोई दूसरा नेता जनता की अवाज उठाने आया? हाथरस, आगरा कांड, पुलिस एंकाउंटर हुआ सिर्फ प्रियंका गांधी ने अवाज उठाई. कांग्रेस के अलावा कोई विपक्षी दल सरकार के खिलाफ नहीं उठा पाई. हमसे भूल हुई कि हमने चुनाव में क्षेत्रीय दल की मदद की और वहां छोटी पार्टी बन गए. हमारी उड़ान बड़ी है, मंशा भी बड़ी है. 30 से 35 साल कांग्रेस के बिना शासन के यूपी को पिछले पायदान पर ला कर खड़ा कर दिया.