चंडीगढ़: हरियाणा सरकार की ओर से गुपचुप तरीके से सिविल सेवा नियमों में बदलाव करने के पर बवाल होना शुरू हो गया है. इस बदलाव के बाद अब सरकार के कर्मचारी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की गतिविधियों में भाग ले सकेंगे. यानी 1967 के इस आदेश की वापसी के बाद अब प्रदेश में आरएसएस प्रतिबंधित संगठन नहीं होगा. अब इस मामले में विपक्ष जोर शोर से है.
राष्ट्रीय कांग्रेस के महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने अपने ट्वीट पोस्ट में सरकार की ओर से जारी नए आदेश पत्र को जोड़ते हुए लिखा कि, 'हरियाणा बीजेपी के कर्मचारियों को 'संघ' की शाखाओं में भाग लेने की छूट. सरकार चला रहे हैं या भाजपा-RSS की पाठशाला.' सुरजेवाला का कहना है कि हरियाणा सरकार बीजेपी और आरएसएस अपने एजेंडे को फैलाने के लिए इस तरह के काम कर रही है.