चंडीगढ़: लंबे अरसे से प्रदेश सरकार की ओर से बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने का दावा किया जा रहा है. इन स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर करने के लिए डॉक्टरों की संख्या बढ़ाने की भी बात स्वास्थ्य विभाग की ओर से जा रही थी, लेकिन अब अनिश्चितकालीन के लिए डॉक्टरों की भर्ती को रोक दिया गया है.
सीएमओ ने रोकी 450 डॉक्टरों की भर्ती
सीएमओ की ओर से डॉक्टरों की भर्ती एचपीएससी को दिए जाने की सिफारिश कर दी गई है. डॉक्टरों की भर्ती प्रक्रिया लंबी होने के चलते साल 2009 में इंटरव्यू के माध्यम से चिकित्सकों की सीधी भर्ती का फैसला लिया गया था.
सीएमओ और गृह विभाग में सीआईडी को लेकर हुई तनातनी के बाद सीएमओ की ओर से इन डॉक्टरों की भर्ती को रोक दिया गया है. इस भर्ती के लिए गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की ओर से मंजूरी दे दी गई थी और आगामी करवाई के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय को लिखा गया था.
गृह मंत्रालय ने दी थी हरी झंडी
जानकारी के अनुसार सीएमओ की ओर से इस भर्ती के लिए अप्रूवल के बाद वित्त मंत्रालय ने भी इसे हरी झंडी दे दी थी और जिसके बाद इस के लिए विज्ञापन भी निकाला जा चुका था, लेकिन गृह मंत्रालय और सीएमओ में बढ़ी तकरार के बाद इस भर्ती को कैंसिल करने का निर्णय लिया गया है.