चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा शीतकालीन सत्र (Haryana Assembly Winter session) का सोमवार को दूसरा दिन था. सत्र के दूसरे दिन एचपीएससी भर्ती घोटाले को लेकर जमकर हंगामा हुआ, तो वहीं मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विपक्ष को शायरी के साथ जवाब दिया. सदन में एचपीएससी भर्ती घोटाले को उठे सवालों पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हमारी सरकार काबलियत पर भर्ती करने के नारे पर पूरी तरह से कायम है. नौकरियों में भ्रष्टाचार करने वालों को कतई बख्शा नहीं जाएगा.
सीएम ने कहा कि राज्य चौकसी ब्यूरो द्वारा प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक करने वाले गिरोह को पकड़ने में कामयाबी हासिल की गई है. इस मामले में स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच जारी है. यदि विपक्ष के पास भी प्रतियोगी परीक्षाओं में गड़बड़ी से जुड़ी कोई जानकारी है तो वे राज्य चौकसी ब्यूरो या कोर्ट को दें, उस पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी, किसी को बख्शा नहीं जाएगा. मुख्यमंत्री हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन स्थगन प्रस्ताव का जवाब दे रहे थे.
स्थगन प्रस्ताव पर लगभग 3 घंटे से अधिक चली चर्चा में अनेक सदस्यों ने भाग लिया. कांग्रेस व विपक्ष के कई सदस्यों ने बीच-बीच में अपने भाषण में कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल तो ईमानदार हैं, लेकिन नीचे वाले कुछ लोग अधिकारियों के साथ मिलकर गड़बड़ कर रहे हैं. इनको बख्शा नहीं जाना चाहिए, इनके खिलाफ जांच करवा कर सख्त कार्रवाई अमल में लाई जानी चाहिए. कुछ निर्दलीय विधायकों ने भी सदन में अपनी बात रखते हुए कहा कि मुख्यमंत्री आपने मेरिट पर ईमानदारी से नौकरियां देने की पहल की है, लेकिन नीचे वालों पर भी लगाम लगनी चाहिए.
वहीं इस पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शायराना अंदाज में स्थगन प्रस्ताव का जवाब देते हुए कहा कि 'मैं तो चिराग हूं, दुश्मनी मेरी अंधेरों से है, हवा तो यूं ही मेरे खिलाफ रहती है'. उन्होंने कहा कि विपक्ष ने अपने स्थगन प्रस्ताव में एक बात बार-बार कही की सीएम ईमानदार हैं. जब विपक्ष यह बात मानता है कि मैं ईमानदार हूं तो फिर शंका क्यों. मैं विपक्ष का आभार व्यक्त करते हुए विश्वास दिलाता हूं कि किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा. हमें अपनी जांच एजेंसी पर पूरा भरोसा है. एचपीएससी में एक व्यक्ति के कारण पूरी संस्था पर सवाल खड़े नहीं किए जा सकते. जिस पर अंगुली उठेगी, उसे पकड़ा जाएगा.