चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ग्राम उत्थान के प्रति पूरी तरह से गंभीर हैं. सीएम जहां ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान ग्राम-स्तर पर ही करने के लिए प्रयासरत हैं वहीं सरकारी योजनाओं को उनके घर द्वार पर ही देने के लिए भी तैयार हैं. इसका सपष्ट उदाहरण आज उस वक्त देखने को मिला जब सीएम ग्राम संरक्षक संवाद कार्यक्रम (village guardians) के तहत ग्राम संरक्षकों से सीधा फोन-कॉल के माध्यम से रूबरू हो रहे थे.
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बुधवार दोपहर के समय अपने आवास से ऑडियो-कान्फ्रेंस के माध्यम से राज्यभर के हजारों ग्राम-संरक्षकों से संवाद स्थापित किया. हरियाणा पंचायत संरक्षक योजना-2021 के तहत प्रदेश के विभिन्न विभागों में सेवारत प्रथम-श्रेणी के अधिकारियों को ग्राम-संरक्षक के तौर पर नामित करके एक-एक गांव को गोद दिया गया था. अधिकारी गांव में पहुंचकर ग्रामीणों की समस्याओं को जल्दी हल करने में सहायता कर सकें.
मुख्यमंत्री ने ग्राम-संरक्षकों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने आवंटित गांव में 3 दिसंबर 2022 को जरुर पहुंचें और पंचायतीराज संस्थाओं के चुने गए प्रतिनिधियों को शपथ दिलवाएं. इसके अलावा वे 10 दिसंबर 2022 को चिरायु कार्ड के बनाने और आवंटन में भी सहयोग करेंगे. उन्होंने कहा कि वे भविष्य में हर महीनें के प्रथम सप्ताह में ग्राम-संरक्षकों से संवाद किया करेंगे ताकि उनको निर्धारित किए गए कार्यों की फीडबैक ली जा सके.
मुख्यमंत्री ने ग्राम-संरक्षकों को समाज-सेवा के प्रति प्रेरित करते हुए कहा कि वे गांव में जाकर सरपंच व अन्य मौजिज व्यक्तियों से मिलें. उनसे गांव की समस्याओं पर चर्चा करें. किसी भी समस्या को संबंधित विभागीय अधिकारियों से समन्वय स्थापित करके हल करें. उन्होंने पिछली बार ग्राम सरंक्षक संवाद कार्यक्रम में अलॉट किए गए परिवार पहचान पत्रों की आय की जांच की. पार्क और व्यायामशाला का रखरखाव, शिवधाम योजना के तहत शमशान घाटों की देखभाल और आंगनवाड़ी के कार्यों की समीक्षा की.