चंडीगढ़:हरियाणा सरकार द्वारा आरंभ की जा रही ‘मुख्यमंत्री परिवार समृद्धि योजना’ तथा ‘परिवार पहचान पत्र’ का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इन योजनाओं के सफल क्रियान्वयन में बैंकर्स की अहम भूमिका रहेगी. बैठक में इस बात की जानकारी दी गई कि वर्तमान में प्रदेश में 5684 बैंक शाखाएं, 5911 बैंक मित्र हैं तथा 6055 एटीएम संचालित हैं. केंद्र सरकार की हर पांच किलोमीटर के दायरे में बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध करवाने की योजना को हरियाणा में सफलतापूर्वक लागू किया जा रहा है.
हरियाणा में बैंक खोलने का लक्ष्य
नाबार्ड ने वर्ष 2020-21 के स्टेट फोकस पेपर में ‘‘उच्च तकनीक वाली कृषि पद्धतियों’’ को मुख्य रूप से फोकस किया है तथा हरियाणा राज्य के लिए 1,46,733 करोड़ रुपये की ऋण संभाव्यता तैयार की है. इसी प्रकार, बैंकों द्वारा हरियाणा के लिए वर्ष 2020-21 के लिए 1,45,777 करोड़ रुपये का वार्षिक ऋण योजना तैयार की है, जिसमें फसल ऋण के लिए 55642 करोड़ रुपये, कृषि सावधि ऋण के लिए 29035 करोड़ रुपये, एमएसएमई के लिए 42,492 करोड़ रुपये तथा अन्य प्राथमिक क्षेत्र के लिए 18,408 करोड़ रुपये शामिल हैं.
बीपीएल परिवार की पहचान के लिए परिवार की आय 1.80 लाख रुपये वार्षिक की शर्त रखी गई है. ऐसे परिवारों को सरकार की तरफ से मुख्यमंत्री परिवार समृद्धि योजना के तहत 6 हजार रुपये वार्षिक की सहायता प्रदान की जा रही है. इसके अलावा, सरकार ने ‘प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना’ ‘प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना’, ‘प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना’, जैसी योजनाओं को भी मुख्यमंत्री परिवार समृद्धि योजना के साथ जोड़ने का कार्यक्रम भी तैयार किया है.
हरियाणा तालाब प्राधिकरण
मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा सरकार ने खेतों के लिए सभी कच्चे राजस्व रास्तों को पक्का करने की योजना तैयार की है और इसी प्रकार प्रदेश के लगभग 14 हजार तालाबों के पानी को उपचारित कर सिंचाई और अन्य कार्यों के लिए उपयोग में लाने के लिए हरियाणा तालाब प्राधिकरण का गठन किया गया है. सरकार की इन दोनों योजनाओं में बैंकर्स व नाबार्ड फंडिंग के लिए अहम भूमिका निभा सकती है. इसके लिए सरकार की गांरटी रहेगी.
वे मुख्यमंत्री के साथ-साथ राज्य के वित्त मंत्री भी है, इसके लिए वे हितधारकों के साथ चार बैठकें कर चुके हैं. इसके अलावा, उन्होंने विधायकों से भी बजट प्रस्तुत करने से पूर्व बजट पर विधानसभा में चर्चा करवाने की पहल ही है ताकि आने वाले बजट को बेहतर बजट के रूप में प्रस्तुत किया जा सकें. मुख्यमंत्री ने कहा कि वे भी एक बैंकर्स के नाते नहीं बल्कि हरियाणा के नागरिक होने के नाते बजट के लिए लिखित में अपने सुझाव दे सकते हैं.