रोहतक: लिपिक कर्मचारियों और हरियाणा सरकार के बीच मंगलवार को अहम बैठक हुई. बैठक में दोनों के बीच आखिरकार सहमति बन गई. जिसके बाद लिपिक कर्मचारियों ने हड़ताल को स्थगित कर दिया. मंगलवार को चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ क्लर्क एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल की बैठक हुई. जिसमें फैसला किया गया कि क्लर्कों के काम का आकलन करने के लिए पांच सदस्य कमेटी गठित की जाएगी.
हरियाणा में क्लर्कों की हड़ताल खत्म, मुख्यमंत्री मनोहर लाल से बैठक के बाद बनी सहमति, इन चीजों पर बनी सहमति - क्लर्क और सरकार के बीच बातचीत
लिपिक कर्मचारियों और हरियाणा सरकार के बीच मंगलवार को अहम बैठक हुई. बैठक में दोनों के बीच आखिरकार सहमति बन गई.
इसमें दो सदस्य क्लर्क एसोसिएशन से दो सरकार के अधिकारी और एक रिटायर अधिकारी शामिल होंगे. ये कमेटी 3 महीने में अपनी रिपोर्ट सरकार को देगी. कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर क्लर्कों का वेतन तय होगा. बैठक में तय हुआ कि कर्मचारियों को हड़ताल के दौरान का भी वेतन मिलेगा. बता दें कि सरकार ने कर्मचारियों पर नो वर्क वो पे का नियम लागू किया था. जिसे वापस ले लिया गया है. बुधवार से सभी लिपिक कर्मचारी काम पर लौटेंगे. इस दौरान वो पेंडिंग काम पूरा करेंगे.
बता दें कि क्लर्क एसोसिएशन का कहना था कि उन्हें फिलहाल ₹19900 ग्रेड पे मिलता है. जिसमें 8358 रुपये महंगाई भत्ता, 1800 रुपये हाउस रेंट और ₹1000 मेडिकल अलाउंस दिया जाता है. जिसके चलते इनका वेतन लगभग 31058 रुपये बनता है. जिसमें से 2825 रुपये एनपीएस स्कीम के तहत कट जाते हैं. इस तरह से लिपिकों के हाथ में लगभग ₹28233 आते हैं. इसलिए वो ₹35400 ग्रेड पे की मांग कर रहे हैं. जिसके चलते उनके हाथ में लगभग ₹58000 प्रति तनख्वाह आ जाएगी और वे अपने परिवार का अच्छे से पालन पोषण कर पाएंगे.