चंडीगढ़:जब से इनेलो से अलग होकर जेजेपी अस्तित्व में आई है, तब से दोनों पार्टियों के बीच खुद को चौधरी देवी लाल का उत्तराधिकारी घोषित करने की होड़ लगी हुई है. जब तक इनेलो अकेली पार्टी थी तब हर चुनाव देवीलाल के नाम से ही लड़ा जाता था, लेकिन जेजेपी ने भी चौधरी देवीलाल के नाम का सहारा लेते हुए अपनी पार्टी का नाम ही जननायक जनता पार्टी रखा दिया. ऐसे में इनेलो को ताऊ देवीलाल के नाम से मिल रहे जनाधार में बड़ी कटौती हुई.
जननायक जनता पार्टी के नेता व कार्यकर्ता प्रचार के दौरान दुष्यंत चौटाला को देवीलाल का ही रूप बताते हैं. इस तरह से यह साफ हो जाता है कि दोनों पार्टियों में चौधरी देवीलाल के नाम और खुद को उनका उत्तराधिकारी घोषित करने की जंग छिड़ी हुई है. दोनों पार्टियां देवी लाल के नाम से ही वोट मांगती हैं. दोनों पार्टी इस बात को समझती है अगर उनकी पार्टी के साथ चौधरी देवीलाल का नाम जुड़ा नहीं होगा तो प्रदेश में उनकी छवि कमजोर मानी जाएगी. दोनों पार्टियों को अपना अस्तित्व बचाने के लिए चौधरी देवी लाल के नाम की भरपूर जरूरत है, क्योंकि हरियाणा में चौधरी देवीलाल को किसानों और गरीबों के मसीहा के तौर पर देखा जाता है.
वोटों की गिनती के हिसाब से देखें तो चौटाला परिवार में फूट के बाद इनेलों को बड़ा नुकसान हुआ. वहीं इस दौरान दुष्यंत चौटाला ने खुद को ताऊ देवी लाल का वंशज कह कर लोगों के बीच अपनी पकड़ मजबूत बनाई. नतीजतन एक नई पार्टी होने के बावजूद विधानसभा चुनाव 2019 में परिणाम जेजेपी के पक्ष में रहे. जेजेपी ने हरियामा में 10 विधानसभा सीटों पर कब्जा किया. वहीं इनेलो पार्टी महज एक सीट पर सिमट गई. ऐसे में दोनों पार्टियों को बखूबी से पता है कि हरियाणा में पार्टी की मजबूती के लिए ताऊ देवीलाल फैक्टर इम्युनिटी बूस्टर की तरह हैं.
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शनिवार यानी 25 सितंबर को चौधरी देवीलाल की जयंती मनाई जाती है और इस मौके को दोनों पार्टियां भुनाने का कोई मौका नहीं छोड़ती. इनेलो हमेशा से ही इस दिन बड़े-बड़े कार्यक्रम और रैलियां आयोजित करती आई हैं. इस साल भी इनेलो जिनमें कि रैली का आयोजन कर रही है. दूसरी ओर जेजेपी की ओर से भी हरियाणा के हर जिले में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. 25 सितंबर को मेवात में चौधरी देवीलाल की मूर्ति का अनावरण किया जाएगा.
यह अनावरण जेजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय चौटाला और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला द्वारा किया जाएगा. देवीलाल की जयंती को इस तरह से आयोजित करना यह साफ तौर पर दर्शाता है कि दोनों पार्टियां प्रदेश के लोगों को यही संदेश देना चाहती हैं कि हम ही ताऊ देवीलाल की राजनीतिक विरासत के असली उत्तराधिकारी हैं. इस बारे में दोनों पार्टियों के नेताओं का अपना तर्क है.
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जेजेपी का तर्क: जेजेपी नेता और प्रदेश कार्यालय सचिव रणधीर सिंह ने कहा कि 25 सितंबर को ताऊ देवीलाल की सबसे ऊंची प्रतिमा का अनावरण जेजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभय चौटाला और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की तरफ से किया जाएगा. इस प्रतिमा की ऊंचाई इतनी है कि वह चार-पांच किलोमीटर दूर से ही दिखाई दे जाएगी.