चंडीगढ़: देश में कोरोना के केस फिर से बढ़ने लगे हैं. जिसको देखते हुए फिर से पाबंदियों का दौर शुरू हो चुका है. हरियाणा और चंडीगढ़ में भी कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. चंडीगढ़ प्रशासन भले ही संभावित चौथी लहर से बचने के लाख दावे कर रहा हो, लेकिन प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है. चंडीगढ़ में बच्चों के लिए एक डेडीकेटेड कोविड अस्पताल (children covid hospital in chandigarh) बनना था.
जिसका अभी तक ठीक से काम भी शुरू नहीं हो पाया है, जबकि ये अस्पताल पिछले साल बनकर तैयार हो जाना चाहिए था. साल 2020 में जब कोविड-19 चरम पर था. उस वक्त ये बनाया जा रहा था. चंडीगढ़ में केंद्र सरकार की ओर से करीब 5 करोड़ 60 लाख भेजे गए, ताकि बच्चों के लिए एक डेडीकेटेड कोविड अस्पताल (dedicated covid hospital chandigarh) बनाया जा सके. ये अस्पताल चंडीगढ़ सेक्टर 16 के सरकारी अस्पताल में स्थित नर्सिंग स्कूल की इमारत में बनना था.
कोरोना को लेकर चंडीगढ़ प्रशासन लापरवाह! अधर में लटका बच्चों के लिए बनने वाला कोविड अस्पताल इसे नवंबर 2021 तक पूरा किया जाना था, लेकिन कोविड-19 कम होने के बाद शायद चंडीगढ़ प्रशासन इस अस्पताल को लेकर लापरवाह हो गया और इसका काम भी ठीक तरीके से शुरू नहीं करवाया गया. हालांकि इस बारे में हमने चंडीगढ़ कि डायरेक्टर हेल्थ सर्विसेज डॉक्टर सुमन से भी बात करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने इस बारे में बात करने से मना कर दिया. उन्होंने कहा कि पहले देखा जाएगा कि कोविड के केस तरह के केस बढ़ रहे हैं.
उसके बाद ही तैयारी की जाएगी. अस्पताल बनकर क्यों पूरा नहीं हुआ. इसके बारे में उन्होंने बात नहीं की. सबसे बड़ा सवाल ये है कि अस्पताल के लिए प्रशासन को सरकार की ओर से फंड भी भेज दिया गया. फिर भी इसका निर्माण क्यों नहीं हुआ. इस अस्पताल में 32 बेड की व्यवस्था की जानी थी और यहां पर आईसीयू और ऑक्सीजन की व्यवस्था भी की जानी थी, लेकिन सारी योजनाएं अधर में लटक गई हैं.
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