चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्य सचिव विजय वर्धन ने संबंधित अधिकारियों को गोबरधन योजना के तहत बायोगैस प्लांट लगाने के लिए प्रदेश में गौ-शालाओं का सर्वेक्षण एवं मैपिंग करने के निर्देश दिए हैं, ताकि इन प्लांट से गांवों में सस्ती दरों पर बिजली या खाना पकाने के लिए गैस मुहैया करवाई जा सके. मुख्य सचिव आज यहां गोबरधन योजना के कार्यान्वयन के संबंध में बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे.
हरियाणा के मुख्य सचिव विजय वर्धन ने बुधवार को चंडीगढ़ में अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि गौ-शालाओं का सर्वेक्षण एवं मैपिंग करने के दौरान विशेष रूप से यह ध्यान रखा जाए कि गौ-शालाएं शहरों और गांवों में आबादी वाले इलाकों से कितनी दूरी पर हैं और इनमें प्लांट लगाए जाने की संभावनाएं भी तलाशी जाएं. उन्होंने कहा कि इस प्लांट से बनने वाली गैस बहुत सस्ती पड़ती है और इस योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्र के लोगों द्वारा बायोगैस अपनाने के लिए आइईसी गतिविधियों पर भी अधिक बल दिया जाए.
इसके अलावा, बैठक में निजी बायोगैस प्लांट मॉडल को और अधिक प्रचारित करने के लिए अधिक सब्सिडी देने के संबंध में भी विचार-विमर्श किया गया. बैठक में बताया गया कि गोबरधन योजना के तहत हिसार जिले के नया गांव में सामुदायिक बायोगैस प्लांट चल रहा है, जिससे 150 से अधिक घरों को पाइपलाइन के माध्यम से गैस की आपूर्ति की जा रही है. इस प्रयोग से यह सामने आया कि कम्प्रैस्ड गैस के मुकाबले पाइपलाइन के माध्यम से गैस की आपूर्ति ज्यादा बेहतर है और इसकी लागत एलपीजी गैस सिलेंडर की तुलना में एक तिहाई है.