चंडीगढ़:हरियाणा सरकार ने पद्म पुरस्कारों के लिए नामांकन आमंत्रित किए हैं. हरियाणा के मुख्य सचिव की तरफ से राज्य के सभी अतिरिक्त मुख्य सचिवों, प्रधान सचिवों, मंडलायुक्तों तथा सभी उपायुक्तों को भेजे गए एक पत्र में कहा गया है कि वे पद्म पुरस्कार जिनमें पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री शामिल हैं. उनके लिए अपनी सिफारिश पीडीएफ फॉर्मेट में cs@hry.nic.in की साइट पर राज्य सरकार को 10 अगस्त, 2020 तक भेज सकते हैं.
इस बारे में मुख्य सचिव ने उपायुक्तों को सिफारिश भेजने के तरीके के बारे में भी बताया. उन्होंने जानकारी दी कि प्रत्येक सिफारिश के साथ संबंधित व्यक्ति का पूरा नाम, पता, जन्म तिथि, उस व्यक्ति के जीवन की प्रमुख घटनाओं और उसके वर्तमान व्यवसाय या पद का विवरण हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में पत्र के साथ दिए प्रोफार्मा में भरकर दिया जाए. ये जानकारी इस तरह दिया जाना है कि वो प्रकाशित किया जा सके. इस पत्र में ये भी कहा गया है कि अपनी सिफारिशों या नामांकनों की पहचान करने, उन पर विचार करने और उन्हें अंतिम रूप देने के लिए वे एक विशेष सर्च कमेटी गठित कर सकते हैं.
'मानदंड ‘एक्सीलेंस प्लस’ होना चाहिए'
इस बारे में मुख्यसचिव ने सभी उपायुक्तों को निर्देश दिया कि जिन व्यक्तियों की सिफारिश की गई है, उनकी आजीवन उपलब्धियों को देखते हुए वे इन पुरस्कारों के लिए पूर्ण रूप से योग्य होने चाहिए. चयन का मानदंड ‘एक्सीलेंस प्लस’ होना चाहिए और इन पुरस्कारों के लिए व्यक्यिों की सिफारिश करते समय उच्चतम मानकों का पालन करना चाहिए. पुरस्कार के लिए अनुशंसित व्यक्ति की उपलब्धियों में सार्वजनिक सेवा का भाव होना अनिवार्य है.
उन्होंने कहा कि पद्म पुरस्कार देश का दूसरा सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार है, इसलिए किसी भी व्यक्ति के नाम की सिफारिश करने से पहले इस बात पर गौर करना आवश्यक है कि उसने अपने संबंधित कार्य क्षेत्र में कोई राष्ट्रीय पुरस्कार या राज्य पुरस्कार प्राप्त किया हो. पुरस्कार के लिए महिलाओं, अनुसूचित जाति एवं जनजातियों, दिव्यांगों आदि में से प्रतिभावान व्यक्तियों की पहचान करने के प्रयास किए जाने चाहिए. उन्होंने बताया कि डॉक्टरों और वैज्ञानिकों को छोडक़र, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में काम करने वाले कर्मचारियों समेत सरकारी कर्मचारी पद्म पुरस्कारों के लिए पात्र नहीं होंगे.