चंडीगढ़: हरियाणा के पूर्व मंत्री और हाल ही में आम आदमी पार्टी में शामिल हुए निर्मल सिंह ने शनिवार को विधायकी पेंशन (Nirmal Singh left mla pension) छोड़ने का ऐलान किया. दरअसल पंजाब सरकार ने विधायकों को केवल एक बार की विधयाकी पेंशन देने का निर्णय लिया है. जिसका स्वागत करते हुए निर्मल सिंह ने अपनी तीन बार की पेंशन छोड़ने का फैसला ले लिया है. निर्मल सिंह ने हरियाणा सरकार से भी ये कानून लागू करने की मांग की है.
पूर्व मंत्री और पूर्व कांग्रेसी नेता निर्मल सिंह चार बार विधायक रह चुके हैं. दरअसल पंजाब सरकार ने पूर्व विधायकों की पेंशन को लेकर नया कानून बनाया है. जिसमें कोई नेता चाहे जितनी बार विधायक रहे लेकिन उसे पेंशन केवल एक बार की ही मिलेगी. शनिवार को राज्यसभा सांसद एवं आम आदमी पार्टी के हरियाणा प्रभारी सुशील गुप्ता और निर्मल सिंह की चंडीगढ़ में प्रेसवार्ता हुई. इस प्रेस वार्ता में उन्होंने पंजाब सरकार द्वारा विधायक पेंशन को लेकर लिए गए फैसले का स्वागत किया. इस दौरान पूर्व विधायक और निर्मल सिंह ने कहा कि हमारी मांग ही कि सरकार हरियाणा में भी (legislative pension in Haryana) केवल एक पेंशन का ये कानून लागू करे.
इसके अलावा चौधरी निर्मल सिंह ने अपनी तीन बार की विधायकी पेंशन छोड़ने का ऐलान भी कर दिया. उन्होंने कहा कि हरियाणा में इस कानून को लागू करवाने के लिए विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को पत्र लिख दिया है. इस दौरान सुशील गुप्ता ने बताया कि 2018 में 23 करोड़ पूर्व विधायको की पेंशन थी और 2021 में 30.5 करोड़ की पेंशन विधायको को मिलती है. जिनमें से कई विधायक हैं, जो लाखों में पेंशन ले रहे हैं.