चंडीगढ़: शहर के सभी सरकारी कॉलेजों की टीचिंग और नॉन-टीचिंग स्टाफ ने ज्वाइंट एक्शन कमेटी के बैनर तले विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शनकारी पंजाब यूनिवर्सिटी गोल्डन जुबली गेस्ट हाउस के बाहर एकत्र हुए. आज ज्वाइंट एक्शन कमेटी सीनेट के साथ बैठक भी की गई. आने वाले रविवार को ही पंजाब यूनिवर्सिटी में सीनेट मीटिंग की जानी है. ऐसे में मीटिंग के दौरान ज्वाइंट एक्शन कमेटी सीनेट के सामने अपनी मांगों को रखते हुए धरने को और बल देने की कोशिश की जाएगी.
ऐसे में डीएवी कॉलेज टीचर्स यूनियन के प्रेसिडेंट सुमित गोखलानी ने कहा है कि चंडीगढ़ प्रशासन उनकी मांगों को लेकर मौन धरे हुए हैं. वहीं, आज धरने के जरिए ज्वाइंट एक्शन कमेटी द्वारा सीनेट की मीटिंग में मांगों को दोबारा रखा गया. बता दें कि चंडीगढ़ कॉलेजों के टीचिंग और नॉन-टीचिंग स्टाफ द्वारा पिछले महीने से केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए सेंट्रल सर्विस रुल्स को लागू करवाने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन और रोष मार्च निकला जा रहा है. वहीं अभी तक प्रशासन द्वारा 6वां पे कमीशन भी लागू नहीं किया. जबकि मार्च, 2022 में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी घोषणा के बाद भी सेंट्रल सर्विस रुल्स लागू नहीं किये.
ऐसे में डीएवी कॉलेज टीचर्स यूनियन के प्रेसिडेंट सुमित गोखलानी ने बताया कि आज धरने के जरिए यूनिवर्सिटी सीनेट से मांग कर रहे हैं, कि चंडीगढ़ प्रशासन लंबे समय जो हमारी मांगों को लेकर मौन धरे हुए हैं. उसे तोड़ते हुए हमारी मांगों के संबध में जवाब दें. वहीं, सेंट्रल सर्विस रुल्स लागू होने के बावजूद आज भी रिटायरमेंट एज को लेकर उनके एफिलेटिड कॉलेजों के टीचर्स पर यूजीसी नियमों को लागू नहीं किया जा रहा है. जिसे जल्द लागू किया जाए क्योंकि हमारे कई ऐसे प्रोफेसर है, जिनकी रिटायरमेंट मार्च महीने में हो सकती है.