चंडीगढ़: कोरोना वायरस से देश की जंग लगातार जारी है. ऐसे में अपने घर परिवार की परवाह किए बगैर ही हमारे डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ कोरोना मरीजों को ठीक करने में लगे हैं. ये लोग अपनी जान की परवाह किए बिना ही देश की सेवा कर रहे हैं. ऐसा ही एक उदाहरण चंडीगढ़ में देखने को मिला है. जहां रुचिका नाम की स्टाफ नर्स ने कोरोना मरीजों की देखभाल करने के लिए अपनी शादी ही टाल दी.
रुचिका चौधरी, सेक्टर 16 के सरकारी अस्पताल में स्टाफ नर्स के तौर पर काम करती हैं. उनकी शादी 2 मई को होनी थी, लेकिन शादी से ज्यादा जरूरी उन्हें अपना काम लगा. यही वजह है कि उन्होंने शादी करने की बजाए कोरोना मरीजों के प्रति अपने फर्ज को चुनते हुए, शादी टाल दी.
ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए रुचिका चौधरी ने कहा कि शादी तो सब ठीक होने के बाद कभी भी की जा सकती है, लेकिन इस वक्त देश को उनकी जरूरत है. उन्होंने शादी टालने की वजह बताते हुए कहा कि वो कोरोना मरीजों के बीच काम कर रही है. ऐसे में शादी करने के लिए उन्हें पहले 14 दिन के लिए होम क्वारंटीन होना पड़ता, जिसके बाद जाकर शादी हो पाती. ऐसे में 14 दिन होम क्वारंटीन होने से अच्छा है कि इस दौरान कोरोना मरीजों का इलाज किया जाए.