चंडीगढ़:चंडीगढ़ सुनते ही जहन में एक विकसित शहर की तस्वीर उतर आती है. वो शहर जो सुनियोजित तरीके से बसाया गया. जिसे देखकर लगता ही नहीं कि आप भारत में हैं. ऐसा लगता है मानों यहां सब कुछ बेहतर है. चलिए अब हम आपको इसी 'द सिटी ब्यूटीफुल' के एक 8 करोड़ के 'खंडहर' के बारे में बताते हैं जो अब शुरू होने से पहले ही खस्ताहाल हो गया है.
चंडीगढ़ को शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के मामले में देश के अग्रिण शहरों में गिना जाता है. यहां पर शिक्षा के लिए कई बेहतरीन संस्थान हैं. जैसे मेडिकल एजुकेशन के लिए पीजीआई और सेक्टर 32 का अस्पताल, इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए पैक इंजीनियरिंग कॉलेज और पंजाबी यूनिवर्सिटी का नाम तो देश की सबसे बेहतरीन यूनिवर्सिटीज में आता है, लेकिन इस चंडीगढ़ की एक और तस्वीर भी है. जो चंडीगढ़ की स्कूली शिक्षा पर सवाल खड़े करती है.
चंडीगढ़ की एक तस्वीर ये भी
हम आपको चंडीगढ़ के नए बने सरकारी स्कूल के बारे में बता रहे हैं. जो हाल ही में बनकर तैयार हुआ, लेकिन ये इमारत सालों पुरानी और टूटनी शुरू हो चुकी है. आपको ये जानकर भी आश्चर्य होगा कि स्कूल की इस इमारत में अभी तक एक भी क्लास नहीं लगाई गई है. स्कूल का पहला शैक्षणिक सत्र इस साल अप्रैल से शुरू होना था, लेकिन इस इमारत के हालत इतनी खस्ता है कि यहां पर बच्चों को पढ़ाना संभव ही नहीं है.
नया नवेला स्कूल बन गया पुराना