चंडीगढ़: हरियाणा के स्वास्थ्य विभाग ने उच्च-जोखिम वाले क्षेत्रों में उप-राष्ट्रीय टीकाकरण (SNID) पल्स पोलियो अभियान 2020-21 के पहले दौर की शुरुआत की है, जिसमें 13 जिलों के कंटेनमेंट क्षेत्रों को शामिल किया गया है. राज्य में इस अभियान के दौरान लगभग 6.3 लाख बच्चों को पल्स पोलियो की दवाई पिलाई जाएगी.
13 जिलों में लगाए जाएंगे पोलियो बूथ
इस संबंध में जानकारी देते हुए स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश की पोलियो मुक्त स्थिति बनाए रखने के लिए पहले दिन 13 जिलों अंबाला, फरीदाबाद, गुरुग्राम, झज्जर, करनाल, कुरुक्षेत्र, मेवात, पलवल, पंचकुला, पानीपत, रोहतक, सोनीपत और यमुनानगर में बूथ लगाए जाएंगे. कोविड-19 महामारी के कारण वर्तमान परिस्थितियों में सभी स्वास्थ्य अधिकारियों और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं द्वारा व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण पीपीई किट, मास्क, सैनिटाइजर, दस्ताने इत्यादि का उपयोग करके पूरी सावधानी के साथ अपने कर्तव्यों का पालन किया जा रहा है.
विभाग की टीमें हाथों की स्वच्छता और सामाजिक दूरी के नियमों का पालन भी कर रही हैं. उन्होंने बताया कि ज्यादातर जिलों में विधायकों, उपायुक्तों, नगर पार्षदों, सिविल सर्जन या अन्य वरिष्ठ अधिकारियों सहित प्रतिष्ठित व्यक्तियों द्वारा पल्स पोलियो बूथों का उद्घाटन किया गया है. पलवल के विधायक दीपक मंगला ने पलवल और गुरुग्राम के विधायक सुधीर सिंगला ने गुरुग्राम में पल्स पोलियो अभियान 2020-21 के पहले दौर का उद्घाटन किया. एनएचएम के प्रशासनिक निदेशक डॉ. बीके राजौरा ने जिला सोनीपत में अभियान का उद्घाटन किया.
डोर-टू-डोर जाकर पोलियो ड्रॉप पिलाई जाएगी
स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि इस अभियान के तहत दवाई से वचिंत रह गए बच्चों को डोर-टू-डोर जाकर पोलियो ड्रॉप पिलाई जाएगी. इस अभियान के पहले दिन 5 वर्ष से कम आयु के लगभग 3.74 लाख यानी 59 प्रतिशत बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाई गई है. इस अभियान को सुचारू रूप से चलाने के लिए लगभग 4,000 स्वास्थ्य टीमों को लगाया गया है, जिनमें स्वास्थ्यकर्मी, स्वयंसेवक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा वर्कर आदि शामिल हैं.
प्रिंट मीडिया के माध्यम से लोगों को किया जा रहा है जागरूक
सभी जिलों में लगभग 500 क्षेत्र पर्यवेक्षक और एनपीएस पी-डब्लयूएचओ के अलावा प्रत्येक जिले में 5-6 जिला पर्यवेक्षकों द्वारा भी स्वतंत्र मॉनिटरिंग की जा रही है. इस दौरान प्रिंट मीडिया और अन्य आईईसी गतिविधियों के माध्यम से लोगों को जागरूक किया गया है. उन्होंने बताया कि बूथ गतिविधि के दौरान बाकी रह गए बच्चों को 21 और 22 सितंबर को घर-घर जाकर पोलियो की दवाई पिलाई जाएगी जिनमें मलिन बस्तियों, अलग-अलग झोपड़ियों, ईंट भट्ठों, और पलायन करने वाले उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों के बच्चे शामिल होंगे.
दूसरा उप राष्ट्रीय टीकाकरण 1 नवंबर 2020 को होगा आयोजित
यहां ये बताना महत्वपूर्ण है कि पल्स पोलियो अभियान में सभी विभागों के सहयोग और लगातार कड़ी मेहनत की वजह से 2012 से हरियाणा पोलियो मुक्त हैं. एनआईडी और एसएनआईडी के हर दौर के साथ ये सुनिश्चित किया जाता है कि भारत का पोलियो मुक्त दर्जा कायम रहे. इसके लिए आम जनता से भी सक्रिय भागीदारी की अपील की जाती है. उन्होंने बताया कि वर्ष 2020-21 का दूसरा उप राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस 1 नवंबर 2020 को आयोजित किया जाना है.
ये भी पढ़िए: सोमवार को हरियाणा में मिले 1818 मरीज, 28 की हुई मौत