चंडीगढ़: चंडीगढ़ में 18 जनवरी को मेयर पद के लिए चुनाव होने जा रहा है जिसे लेकर चंडीगढ़ में सियासी पारा सातवें आसमान पर है. इंडिया गठबंधन के तहत कांग्रेस और आम आदमी पार्टी एकजुट होकर चुनावी मैदान में उतरेगी. चंडीगढ़ नगर निगम मेयर चुनाव में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन हो गया है. मेयर पद पर अब आम आदमी पार्टी चुनाव लड़ेगी जबकि सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के लिए कांग्रेस चुनाव लड़ेगी. इसे बीजेपी के लिए बड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है.
कांग्रेस ने चंडीगढ़ मेयर पद छोड़ा :कांग्रेस के लिए आम आदमी पार्टी ने सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर का पद छोड़ दिया है. जबकि कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी को सपोर्ट देते हुए मेयर का पद छोड़ दिया है. कांग्रेस के उम्मीदवार जसवीर बंटी ने नगर निगम पहुंचकर अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया है. इस मौके आम आदमी पार्टी के सभी बड़े नेता और कांग्रेस के सभी बड़े नेता मौजूद रहे.
चंडीगढ़ निगम का समीकरण : चंडीगढ़ नगर निगम में कुल 35 पार्षद हैं. चंडीगढ़ मेयर चुनाव में इन 35 वोटों के अलावा सांसद का भी वोट मान्य होता है. बीजेपी के 14, आप के 13, कांग्रेस के 7 और एक पार्षद अकाली दल का है. बीजेपी को सांसद किरणा खेर से भी एक वोट का समर्थन है. कांग्रेस और आप में गठजोड़ के बाद दोनों के पार्षद मिलाकर 20 वोट हो गए और वे सभी तीनों पदों पर जीत सकते हैं.
बीजेपी को जोर का झटका : इस स्थिति में अगर बीजेपी किसी तरह से शिरोमणि अकाली दल के एक पार्षद का वोट हासिल करने में कामयाब भी हो गई, तो इसके बावजूद भी वो अपना मेयर नहीं बना पाएगी. इस बीच खबर ये भी है कि कांग्रेस के सारे पार्षदों को हिमाचल शिफ्ट कर दिया गया है, ताकि वो किसी के संपर्क में ना रहे. मौजूदा स्थिति में जिस तरह से आम आदमी पार्टी और कांग्रेस एक साथ आई है, उससे साफ है कि बीजेपी को जोर का झटका है और मेयर पद के लिए आम आदमी पार्टी की दावेदारी मजबूत हो गई है.