चंडीगढ़ पुलिस की साइबर क्राइम सेल ने वर्क फ्रॉम होम का झांसा देकर लोगों को ठगने वाले 9 लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने 3 अलग-अलग मामलों में आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जानकारी के मुताबिक आरोपियों ने करीब 3.97 करोड़ रुपये से ज्यादा की ठगी की है. ये आरोपी लोगों को वॉट्सऐप पर वर्क फ्रॉम होम का झांसा देते थे. लोगों को पार्ट टाइम, यूट्यूब पर लाइक्स करना और सब्सक्रिप्शन शेयरिंग करने का काम करना बताते थे.
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जो लोग इनके झांसे में फंस जाते थे, उन्हें फिर टेलीग्राम पर भी जुड़ने को कहा जाता था. उस टेलीग्राम ग्रुप में इनके कुछ सदस्य पहले से ही जुड़े होते थे. इसके बाद यूट्यूब पोस्ट, चैनल और दूसरे सोशल मीडिया पर लाइक और सब्सक्राइब करने के लिए कहा जाता था. इसके बदले में यह लोगों को कुछ पैसे भी देते थे. जिसके बाद टेलीग्राम पर उसे वेबसाइट की लॉगिन आईडी और पासवर्ड दिया जाता था. वहां पर उसे कम समय में मोटे पैसे कमाने का लालच दिया जाता था.
आरोपियों के कहने पर जब लोग वेबसाइट पर काम करते तो वेबसाइट पर ही उनकी कमाई दिखाई देती थी. उससे धीरे-धीरे ज्यादा रकम खर्च करवाई जाती थी. कुछ दिनों बाद आरोपी उस वेबसाइट को बंद कर देते थे. जब पीड़ित पैसा निकालने के लिए बोलता था तो वह और ज्यादा पैसा इन्वेस्ट करने के लिए कहते थे.
पुलिस को जांच में पता चला है कि ये एक बहुत बड़ा गिरोह है जिसमें सीए, बैंक, कर्मचारी, वकील आदि भी शामिल हो सकते हैं. उन्होंने कुछ एरिया में अपने ऑफिस भी बनाए हुए हैं. वहां से वह ट्रेडिंग फर्म, कंपनी रजिस्टर्ड कराकर करंट अकाउंट खोलते थे और फ्रॉड के इस पैसे का लेनदेन करते थे. पुलिस जांच में इन तीन मामलों में आरोपियों ने 24 बैंक अकाउंट यूज किए हैं. इन 24 बैंक अकाउंट में करीब 150 करोड़ का लेनदेन किया गया है.
गिरफ्तार आरोपियों की क्राइम कुंडली:SP क्राइम ब्रांच केतन बंसल ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों की पहचान हरियाणा के चरखी दादरी के 28 वर्षीय संदीप कुमार, उत्तर पूर्वी दिल्ली के 33 वर्षीय मनीष रावत और चरखी दादरी के ही 28 वर्षीय राकेश उर्फ रिंकू के रूप में हुई है. इनके कब्जे से पुलिस ने 14 मोबाइल फोन आठ बैंक खाता किट, फर्जी कंपनियों से जुड़े पांच फ्लेक्स बोर्ड तथा सात स्टांप बरामद की हैं. वहीं दूसरा मामला 15 जुलाई को धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश रचने की धाराओं में दर्ज किया गया था. उस मामले में महिला शिकायतकर्ता के साथ 45,40,233 रुपये की ठगी हुई.
महिला को ऐमेज़ॉन एडवर्टाइजमेंट ऑफ इंडिया में निवेश करने का लालच देकर यह ठगी की गई थी. केतन बंसल ने बताया महिला से हुई धोखाधड़ी के आरोप में पुलिस ने कुल पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों की पहचान मध्य प्रदेश के 20 वर्षीय आदित्य शर्मा, 34 वर्षीय महेश शर्मा, जनकपुरी नई दिल्ली के 47 वर्षीय राजकुमार, विकासपुरी के 35 वर्षीय प्रतीक मैंगी और कालका जी दिल्ली के 35 वर्षीय महेश कुमार के रूप में हुई है. इनके कब्जे से पुलिस ने 10 मोबाइल फोन,दो चेक बुक, छह सिम कार्ड, 11 स्टांप और दो बाउंस चेक बरामद किए हैं.
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एसपी ने जानकारी दी है कि तीसरा मामला 1 जुलाई को धोखाधड़ी जालसाजी और आपराधिक साजिश रचने की धाराओं में दर्ज किया गया था. इस मामले में महिला शिकायतकर्ता को जेबरा टेक्निस सोलुशन प्राइवेट लिमिटेड की कर्मी बनकर एक महिला का फोन आया था. जिसने शिकायतकर्ता को वर्क फ्रॉम होम केसरिया मुनाफा कमाने का लालच देकर उनके साथ कुल 7,62,000 रुपये की ठगी कर ली थी. पुलिस ने इस मामले में राजस्थान के जोधपुर निवासी 34 वर्षीय विशाल वर्मा को गिरफ्तार किया है. पुलिस पकड़े गए इन आरोपियों से लगातार पूछताछ में जुटी हुई है. पुलिस का मानना है कि गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के दौरान और भी कई खुलासे हो सकते हैं.