चंडीगढ़:हरियाणा में कोरोना महामारी की स्थिति का जायजा लेने के लिए पिछले 2 दिनों से लगातार विभिन्न जिलों का दौरा करने के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने चंडीगढ़ पहुंचते ही अपने निवास पर देर रात स्वास्थ्य विभाग सहित सभी संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आपातकालीन बैठक की. बैठक में मुख्यमंत्री ने विशेष तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए.
बैठक में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि जिन कोरोना मरीजों के पास होम आइसोलेशन की व्यवस्था नहीं है उन्हें ग्रामीण क्षेत्र में बने आइसोलेशन सेंटर में भेजा जाए. सीएम ने निर्देश दिया कि सभी पंचायतें अपने गांव में बने आइसोलेशन सेंटरों में बेड और खाने-पीने की उचित व्यवस्था करवाएं. सीएम ने कहा कि होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों को विशेष तौर पर तैयार की गई होम आइसोलेशन किट भी तुरंत प्रदान की जाए. साथ ही ऐसे हर परिवार को पल्स ऑक्सीमीटर भी दिए जाएं.
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बैठक में अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश में अब तक ब्लैक फंगस के 100 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं. इसके उपचार के लिए 4 मेडिकल कॉलेज चिन्हित किए गए हैं. इस पर मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि इस बीमारी के उपचार के लिए आवश्यक दवाइयों का पर्याप्त स्टॉक रखा जाए. बैठक में अधिकारियों ने यह भी जानकारी दी कि कुछ दवाइयां केंद्र सरकार की और से आएंगी.
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बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत करवाया गया कि ग्रामीण क्षेत्र में लोगों के स्वास्थ्य जांच के लिए गठित 8000 टीमों में से 2500 टीमें गांवों का दौरा कर चुकी हैं. लगभग 10 लाख से अधिक ग्रामीण जनसंख्या को कवर किया जा चुका है. 15 हजार से ज्यादा टेस्ट किए गए हैं. जिसमें से लगभग 7 प्रतिशत पॉजिटिव मामले सामने आए हैं. आगामी दो-तीन दिनों में अन्य टीमें भी गांवों में पहुंच जाएंगी. मुख्यमंत्री को यह भी बताया गया कि इन टीमों को डेढ़ लाख से ज्यादा किट दी गई हैं. यह भी जानकारी दी गई कि इन टीमों को 30000 से ज्यादा पल्स ऑक्सीमीटर और 10000 से ज्यादा थर्मल स्कैनर दिए गए हैं.