चंडीगढ़: चंडीगढ़ के सभी एडेड कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन (CACTA) फैकल्टी सदस्यों को विश्वास में लिए बिना राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NEP) के लागू करने को लेकर विवाद गहराता जा रहा है. ऐसे में एडेड कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन के सदस्यों ने विरोध जताने के लिए पंजाब यूनिवर्सिटी के सीनेट मीटिंग हॉल के बाहर आज बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया है.
इसको लेकर आज सीनेट की बैठक होनी है. इस बैठक में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू करने सहित महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाने की उम्मीद है. इस बीच, सीएसीटीए के कार्यकारी सदस्यों ने संबद्ध कॉलेजों में नीति के अचानक लागू करने और बोर्ड ऑफ गवर्नेंस और कॉलेजों के विभिन्न संकाय सदस्यों को ध्यान में रखे बिना लागू किया जाने की बात कहीं जा रही है. वहीं, सदस्यों को कहना है कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण निर्णय है.
सीएसीटीए के अध्यक्ष डॉ. कुलविंदर सिंह ने कहा कि यह आश्चर्यजनक है कि पंजाब यूनिवर्सिटी अधिकारियों द्वारा एनईपी 2020 को लागू करने के लिए संबद्ध कॉलेजों को अंधेरे में रखते हुए तानाशाही और पूरी तरह से पक्षपातपूर्ण निर्णय लिए जा रहे हैं. उन्होंने कहा, उन्हें इस तरह का निर्णय लेने के लिए मजबूर किया. डॉ. कुलविंदर सिंह ने कहा कि अगर पीयू के अधिकारी अचानक लिए गए फैसलों के साथ आगे बढ़ते रहे तो कॉलेजों को नई व्यवस्था अपनाने में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा. हम अधिक आशंकित हैं कि फेरबदल या शिक्षा भार में बदलाव भी आ सकता है जिससे कॉलेजों में एक अभूतपूर्व संकट पैदा होता है.