चंडीगढ़: आदमपुर विधानसभा उपचुनाव (adampur assembly by election) को लेकर सभी पार्टियों के उम्मीदवार अपना दमखम दिखाने में जुट गए हैं. इसके साथ ही अब चुनावी जंग अपने चरम पर पहुंच चुकी है. बीजेपी ने जहां कुलदीप बिश्नोई के पुत्र भव्य बिश्नोई को चुनावी मैदान में उतारा है, तो वहीं कांग्रेस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश प्रकाश ऊर्फ जेपी पर दांव खेला है. वहीं इंडियन नेशनल लोकदल ने कांग्रेस से बगावत करके पार्टी में आए कुरड़ाराम नंबरदार पर दांव लगाया है.
इसके अलावा आम आदमी पार्टी बीजेपी से किनारा कर पार्टी में शामिल हुए सतेंद्र सिंह पर भरोसा जताते हुए उन्हें चुनावी दंगल में उतारा है. अगर सभी दलों के उम्मीदवारों पर नजर डाली जाए तो साफ तौर पर दिखाई देता है कि सभी दलों ने अन्य दलों से आए उम्मीदवारों पर भरोसा जताया है और आदमपुर के दंगल में उतारा है. यानी बीजेपी, आम आदमी पार्टी और इनेलो दलबदलू के भरोसे आदमपुर के उपचुनाव को जीतने के लिए मैदान में उतरी है. बीजेपी के उम्मीदवार भव्य बिश्नोई का नाता कांग्रेस से रहा है, वहीं आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार का नाता बीजेपी से, तो इनेलो के उम्मीदवार का नाता कांग्रेस से रहा है.
आदमपुर विधानसभा सीट पर वैसे तो भजनलाल के परिवार का वर्चस्व रहा है. इस सीट से कुलदीप बिश्नोई चुनाव जीतते आ रहे थे. अब जब वो कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए तो उन्होंने अपने बेटे भव्य बिश्नोई को चुनावी दंगल में उतार दिया है. वहीं कांग्रेस पार्टी ने जयप्रकाश को मैदान में उतारकर भव्य बिश्नोई को चुनौती दी है, जबकि इनेलो ने कांग्रेस से आए नेता पर भरोसा जताया है.
आदमपुर उपचुनाव में जातिगत समीकरण: आदमपुर विधानसभा सीट के मतदाताओं के समीकरण (caste equation in adampur by election) भी काफी दिलचस्प है. मतदाताओं के आंकड़े पर नजर डालें तो यहां पर 1 लाख 70 हजार से अधिक मतदाता हैं. जिनमें जाट समुदाय की करीब 55 से 60000 वोट हैं. जबकि इस सीट पर बिश्नोई मतदाताओं की संख्या 27 से 28 हजार के करीब है. वहीं कुम्हार समुदाय के वोट करीब 15 हजार हैं, बाकी अन्य वर्गों के मतदाता (voters In adampur by election) हैं.
जाट वोटर्स पर सबकी नजरें! मतदाता के समीकरणों को देखें तो यहां पर जाट समुदाय के लोगों के ज्यादा वोट हैं. वहीं तीन प्रमुख पार्टी कांग्रेस, इनेलो और आम आदमी पार्टी ने जाट चेहरे को ही मैदान में उतारा है, जबकि बीजेपी के उम्मीदवार बिश्नोई समुदाय से आते हैं. ऐसे में अगर मतदाता के समीकरणों (adampur by election equation) को देखा जाए तो फिर भव्य बिश्नोई की जीत पहली नजर में आसान लगती है.
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जिस तरह से नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कांग्रेस पार्टी ने जयप्रकाश पर दांव खेला है, तो वो भी अब इस दंगल में बिश्नोई को टक्कर देते नजर आते हैं. राजनीतिक पंडितों के मुताबिक इनेलो और आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार पहली नजर में तीसरे और चौथे नंबर की दौड़ में दिखाई दे रहे हैं, लेकिन आखिरी फैसला तो आदमपुर की जनता को ही करना है. आदमपुर विधानसभा की जीत का सेहरा किसके सर सजता है ये चुनावी नतीजों के साथ स्पष्ट हो जाएगा, लेकिन मौजूदा समीकरणों को देखते हुए मुख्य लड़ाई बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही दिखाई देती है.