चंडीगढ़: कृषि कानूनों के खिलाफ किसान दिल्ली कूच कर रहे हैं और इधर हरियाणा और पंजाब के मुख्यमंत्रियों के बीच ट्विटर वॉर शुरू हो गई है. पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पहले टवीट करते हुए लिखा कि लगभग 2 महीने से किसान बिना किसी समस्या के पंजाब में शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. हरियाणा सरकार बल का सहारा लेकर उन्हें क्यों उकसा रही है? क्या किसानों को सार्वजनिक राजमार्ग से शांतिपूर्वक गुजरने का अधिकार नहीं है?
वहीं उन्होंने अगले ही ट्वीट में लिखा कि ये एक दुखद विडंबना है कि #ConstitutionDay2020 पर किसानों के संवैधानिक अधिकार को इस तरह से प्रताड़ित किया जा रहा है. उन्हें जाने दो @mlkhattar जी. उन्हें उनकी आवाज को शांति से दिल्ली ले जाने दें.
ये भी पढे़ं-सरकार दमनकारी नीतियों से बाज आए और किसानों की बात सुने- कुमारी सैलजा
इसके बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पंजाब के मुख्यमंत्री पर किसानों को उकसाने का आरोप लगाया. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि @capt_amarinder जी, मैंने इसे पहले कहा है और मैं इसे फिर से कह रहा हूं, मैं राजनीति छोड़ दूंगा अगर एमएसपी पर कोई परेशानी होगी, इसलिए निर्दोष किसानों को उकसाना बंद करें.
वहीं, उनके इस ट्वीट के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इसका जवाब दिया. उन्होंने लिखा कि मैं आपकी प्रतिक्रिया से चौंक गया हूं. ये किसान हैं जिन्हें एमएसपी पर आश्वस्त होना है, मुझे नहीं. आपको उनके #DilliChalo से पहले उनसे बात करने की कोशिश करनी चाहिए थी और अगर आपको लगता है कि मैं किसानों को उकसा रहा हूं तो हरियाणा के किसान दिल्ली तक मार्च क्यों कर रहे हैं?