चंडीगढ़ःहरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेसी नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने रविवार को रोहतक में महापरिवर्तन रैली के दौरान 25 सदस्यीय टीम के गठन का ऐलान किया था. उसी कड़ी में सोमवार को हुड्डा ने कहा कि अगर उनकी 25 सदस्यीय कमेटी राजनीति छोड़ने के लिए कहती है तो वो राजनीति भी छोड़ देंगे.
'जो कमेटी कहेगी वही करूंगा'
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि एक या दो दिन में एक समिति का गठन किया जाएगा. समिति के गठन के बाद संयोजक बैठक बुलाएंगे. हुड्डा ने कहा है कि 'मैं वही करूंगा जो कमेटी कहेगी, अगर कमेटी ने मुझे राजनीति छोड़ने के लिए कहा, तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा'.
'कमेटी कहेगी तो राजनीति भी छोड़ दूंगा' सियासी राह तय करने के लिए 25 सदस्यीय कमेटी
कांग्रेस और हुड्डा के बीच चल रही अंदरुनी लड़ाई को देखकर लग रहा था कि रविवार को रोहतक में रैली के दौरान हुड्डा नई पार्टी का ऐलान कर सकते हैं, लेकिन हुड्डा ने कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी से बातचीत के बाद इसे टाल दिया. रैली में हुड्डा ने नई पार्टी या मंच का ऐलान नहीं, लेकिन अगली सियासी राह तय करने के जिए 25 सदस्यीय कमेटी गठित कर अपनी मंशा साफ जाहिर कर दी.
अब सबकुछ कांग्रेस आलाकमान पर निर्भर
हरियाणा में विधानसभा चुनाव नजदीक है ऐसे में राजनीतिक दल भी पूरी तरह से सक्रीय हो चुके हैं. इसी कड़ी में हुड्डा ने भी रैली का आयोजन कर जनसभा को संबोधित किया. रैली में हुड्डा ने नई पार्टी का ऐलान तो नहीं किया लेकिन अगर कांग्रेस और हुड्डा की ये तकरार ज्यों की त्यों रहती है तो हरियाणा में जल्द एक नई पार्टी का जन्म हो सकता है. यानि अब सारा कुछ कांग्रेस आलाकमान पर निर्भर है अगर हुड्डा को हरियाणा कांग्रेस की कमान मिली तो हालात बदल सकते हैं. देखने वाली बात ये होगी की हुड्डा की इस रैली का कांग्रेस पर क्या असर पड़ता है.