चंडीगढ़:हरियाणा के निकाय चुनावों के नतीजों में कांग्रेस को सोनीपत में मेयर पद पर जहां जीत मिली है तो वहीं पंचूकला और अंबाला में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा.
पंचकूला में तो फिर भी कांग्रेस उम्मीदवार पूर्व मेयर उपेंद्र कौर अहलूवालिया ने बीजेपी के उम्मीदवार और नवनिर्वाचित मेयर कुलभूषण गोयल को टक्कर दी, लेकिन अंबाला में मिली हार कांग्रेस के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं है. क्योंकि अंबाला से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा सांसद रही हैं, यहां से जीतने के बाद वो केंद्रीय मंत्री भी रह चुकी हैं.
इसके साथ ही वो राज्यसभा की सदस्य भी रह चुकी हैं. इस चुनाव में उन्होंने प्रचार में कोई कमी नहीं छोड़ी थी. इसके बाद भी कांग्रेस चौथे स्थान पर रही है. यहां कांग्रेस की हालत इतनी बिगड़ी कि वोटों के मामले में वो चौथे नंबर पर खिसक गई.
वहीं इस हार के बाद एक बार फिर कांग्रेस के अंदर की रार सामने आई है. चुनाव नतीजे सामने आने के बाद नेता विपक्ष और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सैलजा को लेकर ऐसा बयान दे डाला कि राजनीतिक गलियारों में कांग्रेस की रार एक बार फिर से चर्चा होने लगी.
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पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि मुझे पंचकूला व अम्बाला में बुलाया नहीं गया, अगर बुलाया तो जरूर जाता. उम्मीदवार ने मुझे नहीं बुलाया. सर्कुलर उन पर भी जारी होता है, क्या वो सभी जगह गई थीं. मुझे बुलाया जाता तो मैं जरूर जाता. अम्बाला, पंचकूला में हार के क्या कारण थे इसका पार्टी को मंथन करना चहिये.