चंडीगढ़ः लॉकडाउन 2.0 की घोषणा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को कोरोना से बचाव के लिए 7 मंत्र दिए थे. जिनमें 1 मंत्र आयुष विभाग की गाइडलाइंस को मानने का भी था. आयुर्वेद कोरोना जैसी महामारी से कैसे सुरक्षित रख सकता है और आयुष विभाग की ओर से जारी की गई गाइडलाइंस और आयुर्वेद के उपायों की जानकारी के लिए ईटीवी भारत की टीम ने पंचकूला के जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डॉक्टर दिलीप मिश्रा से बातचीत की.
इस दौरान डॉक्टर दिलीप मिश्रा ने दावा किया कि आयुर्वेद अपने आप में एक अमृत है जो कि कोरोना रूपी विष को दूर रखने में उपयुक्त है. दिलीप मिश्रा ने अपनी इम्यूनिटी यानी रोग प्रतिरोधक शक्ति को मजबूत करने के लिए कई उपाय बताया.
रोज इस्तेमाल में आने वाली चीजें बढ़ाएंगी इम्युनिटी
- आयुर्वेद विशारद आचार्य चरक के अनुसार मूंग दाल, सेंधा नमक, शहद और आंवले का सेवन प्रतिदिन करना चाहिए.
- रोजाना मूंग की दाल का सूप बनाकर उसमें थोड़ा-सा सेंधा नमक डालकर शाम के समय उसका सेवन करें.
- आंवले का इस्तेमाल किसी भी रूप में किया जा सकता है. जैसे चूर्ण के तौर पर या आंवला खाकर, ग्रीन टी के तौर पर भी आंवले का सेवन सुबह के समय कर सकते हैं.
एलर्जी के मरीजों के लिए इलाज
- मौसम बदलने के साथ एलर्जी से पीड़ित रहने वाले लोगों को विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता रहती है.
- मौसम परिवर्तन में अकसर खांसी और जुखाम के मरीजों को अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए खास ध्यान रखना चाहिए.
- एलर्जी के मरीज सुबह-शाम काली मिर्च के 3 दानों को मिश्री के साथ चबाएं, बच्चों को 1 काली मिर्च और मिश्री के कुछ दाने दें.
- पुदीने को गर्म पानी में उबालकर उसके भाप को सुबह-शाम लेना चाहिए, इससे पूरी तरह से बचाव होगा.
गले संबंधी समस्या से बचाव के उपाय
- कोरोना के लक्षणों में गला अधिक प्रभावित होता है.
- गले के विशुद्धि चक्र को ठीक करने के लिए सुबह - शाम योगा करनी चाहिए, जिसमें प्राणायाम में आलोम - विलोम और सूर्य नमस्कार के सभी आसन करने चाहिए.
- इसके साथ - साथ आंवले और मुलेठी का सेवन करना चाहिए, मुलेठी का सेवन कम गर्म पानी के साथ करना चाहिए.
- ठंडा पानी ना पिएं, इसकी जगह गर्म पानी पिएं.