हरियाणा

haryana

ETV Bharat / state

कृषि कानून रद्द करने पर पंजाब सरकार का बलराज कुंडू ने किया समर्थन

निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू बरोदा में लगातार भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं. बलराज कुंडू कृषि कानूनों को लेकर भाजपा सरकार को लगातार घेर रहे हैं.

balraj kundu supported punjab government on cancellation of agricultural law
कृषि कानून रद्द करने पर पंजाब सरकार का बलराज कुंडू ने किया समर्थन

By

Published : Oct 21, 2020, 7:54 PM IST

चंडीगढ़: पंजाब सरकार केंद्र सरकार की ओर से लाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ बिल लेकर आई है. जिसके तहत तीनों कृषि कानूनों को रद्द कर दिया गया. इसका महम से निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने समर्थन किया है. महम से निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि पंजाब सरकार ने सराहनीय कदम उठाते हुए किसान, कमेरे, मजदूर और व्यापारी के हक में बिल पास करने का काम किया है.

कुंडू ने कहा कि एमएसपी को लेकर पंजाब सरकार के सजा के प्रावधान की मैं सराहना करता हूं. उन्होंने कहा कि मैंनें इस विषय पर विधानसभा के सत्र में बात रखी थी. इसका रिवाईज पस्ताव आज मैंने उनको दिया. इस मुद्दे को आगामी सत्र में सरकार रखेगी और पंजाब की तर्ज पर बिल पास करेगी. ये उम्मीद सरकार से करेंगे. कुंडू ने कहा बरोदा चुनाव को लेकर वो सभी दलों के नेताओ से अपील करते है कि सभी एकजुट होकर भाजपा को हराएं. कुंडू ने कहा कि वो अभय‌ चौटाला से भी अपील करते है कि वे पार्टी लाइन से ऊपर उठकर प्रदेश हित में मिलकर फैसला करें.

उन्होंने कहा कि ओपी धनखड़ आज से करीब साढे छ साल पहले स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करने की बात कर रहे थे, वे आज के कृषि कानून की पैरवी कर रहे हैं. धनखड़ को कुछ तो शर्म होनी चाहिए. धनखड़ इसी वजह से दोबारा मंत्री नहीं बन पाए. कुंडू ने कहा आज वो वक्त है. जब धनखड़ साहब कपड़े उतारकर सड़क पर बैठें और किसान की आवाज उठाने के लिए साथ दें.

ये भी पढ़ें:-स्वनिधि योजना से स्ट्रीट वेंडर्स बनेंगे आत्मनिर्भर! चंडीगढ़ में 1600 रेहड़ी वालों को मिला लोन

बलराज कुंडू ने बरोदा उपचुनाव को लेकर कहा कि पहले लोग मुझ पर भाजपा के साथ खड़े होने की बात करते थे. आज कांग्रेस के साथ खड़े होने की बात कर रहे हैं. हमारा मकसद है कि भाजपा बरोदा उपचुनाव में हारे. उन्होंने कहा कि मैं बरोदा उपचुनाव में भाजपा के उम्मीदवार की जमानत जब्त करने के लिए काम करूंगा. जाटों के वोट बंट जाने की वजह से वहां उम्मीदवार बिठाने का फैसला किया गया. ये सब वहां की खापों के कहने पर भी किया गया.

ABOUT THE AUTHOR

...view details