चंडीगढ़: भारतीय महिला कुश्ती को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक नया मुकाम दिलाने में फोगाट बहनों का नाम सबसे पहले लिया जाता है. फोगाट बहनों की वजह से भारत में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई मेडल जीते और ये सिलसिला अभी भी जारी है. भारतीय कुश्ती को लेकर कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक विजेता महिला पहलवान बबीता फोगाट से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की.
सवाल- पिछले कुछ समय से आप राजनीति में भी काफी सक्रिय हैं तो राजनीति और कुश्ती में किस तरह से संतुलन बैठा पा रही हैं?
जवाब- कुश्ती मेरी जिंदगी का हिस्सा नहीं बल्कि मेरी जिंदगी है. ये कुश्ती हमेशा जारी रहेगी. चाहे मैं मैदान में रहूं या मैदान से बाहर रहूं. जहां तक राजनीति की बात है. मैं राजनीति के लिए भी पर्याप्त समय निकाल रही हूं और कुश्ती को भी समय दे पा रही हूं. हालांकि महिला कुश्ती की वजह से लोगों की सोच में बदलाव आ रहा है. इसके साथ ही मैं राजनीति में आकर महिला सशक्तिकरण के लिए और ज्यादा काम करना चाहती हूं. इसलिए कुश्ती के साथ-साथ राजनीति को भी समय दे रही हूं. अच्छी बात है कि अब महिलाओं को लेकर लोगों की सोच बदल रही है और लड़कियों की स्थिति बेहतर हो रही है.
देखिए बबीता फोगाट का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू सवाल- पहले आप हरियाणा विधानसभा में व्यस्त रहीं, उसके बाद दिल्ली में चुनाव प्रचार किया ऐसे में आप पिछले कुछ समय से मैदान से दूर हैं?
जवाब- ये बात तो सही है कि मैं मैदान से दूर रही. राजनीतिक व्यस्ता भी इसका एक कारण है लेकिन मैं घुटने में लगी चोट से भी उभर रही हूं. उसका इलाज अभी जा रही है. घुटने की चोट दूर होते ही मैं जल्द ही मैदान में वापसी करूंगी.
सवाल - विनेश का खेल बहुत अच्छा चल रहा है. विनेश ओलंपिक क्वालीफाई कर चुकी है. विनेश से कितनी उम्मीदें हैं?
जवाब- विनेश काफी अच्छा खेल रही है और ओलंपिक में क्वालीफाई से पहले उन्होंने वर्ल्ड चैंपियनशिप में क्वालीफाई किया था और वो ऐसा करने वाली पहली महिला पहलवान है. इसलिए उनको उनके खेल को लेकर हम सब गर्व महसूस करते हैं और हमें उम्मीद है कि विनेश ओलंपिक में भी अच्छा प्रदर्शन करेगी.
सवाल- पिछले कुछ सालों से कई नई महिला पहलवान भी कुश्ती में आ रही है और बेहतरीन प्रदर्शन कर रही हैं. इसको लेकर आप क्या सोचती हैं?
जवाब- कुश्ती में नई लड़कियों को आते देख खुशी होती है. क्योंकि वो भी हमारी तरह इस खेल को आगे बढ़ा रही हैं. देश के प्रधानमंत्री ने भी खेलों को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खेलों के लिए बहुत गंभीर हैं और सरकार गंभीरता से काम भी कर रही हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खेलो यूनिवर्सिटी का उद्घाटन किया है जो खेलों की दुनिया में महत्वपूर्ण योगदान है. इस यूनिवर्सिटी के बन जाने के बाद देश में और ज्यादा खिलाड़ी निकलेंगे और देश को और ज्यादा पदक दिलवाएंगे.
सवाल - हरियाणा में लड़कियों की स्थिति को कैसे देखती हैं?
जवाब - इसमें कोई शक नहीं है कि हरियाणा में लड़कियों की सभी बेहतर हो रही हैं. खेलों में लड़कियों के बेहतरीन प्रदर्शन को देखते हुए आप लोगों की सोच में बदलाव आ रहा है. फिल्म दंगल ने भी इस बदलाव को लाने में काफी सहायता की है. अब लोग लड़कियों को बोझ नहीं समझते बल्कि उन्हें पढ़ने और खेलों में हिस्सा लेने के लिए प्रोत्साहित करते हैं. जाहिर तौर पर हरियाणा में लड़कियों की स्थिति लगातार बेहतर हो रही है.