हरियाणा

haryana

ETV Bharat / state

फिर से लौट रही मिट्टी की मूर्तियों और खिलौनों की लोकप्रियता, बनाने वाले कलाकारों की बढ़ रही आमदनी - चंडीगढ़ में हुनर हाट मेला 2022

चंडीगढ़ सेक्टर-17 के हुनर हाट में 39वें हुनर हाट का आयोजन किया गया है. इस मेले में देशभर के कलाकार अपनी कलाकृतियां लेकर पहुंचे हैं. इन्ही में से एक है नंदिनी जो गोरखपुर से आई हैं. इनकी पिछले कई सालों से मिट्टी के बर्तन, खिलौने और मूर्तियां बनाने का काम कर रहा है.

Hunar Haat Mela 2022
मिट्टी के खिलौनों और बर्तनों की खरीददारी में फिर इजाफा हुआ है.

By

Published : Mar 31, 2022, 11:33 AM IST

Updated : Mar 31, 2022, 11:59 AM IST

चंडीगढ़: मिट्टी के खिलौने मिट्टी के बर्तन और मिट्टी की मूर्तियां भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा रहे हैं. प्राचीनकाल से ही मिट्टी की वस्तुओं का भारतीय संस्कृति में विशेष स्थान रहा है लेकिन बढ़ती आधुनिकता के साथ साथ संस्कृति की पहचान पीछे छूटने लगी थी. बहुत से ऐसे कलाकार जो मिट्टी से यह सब सामान बनाते थे. उन्होंने भी यह काम करना छोड़ दिया था लेकिन अब फिर से यह पहचान वापस लौटने लगी है. चंडीगढ़ में लगे हुनर हाट मेले में गोरखपुर से आए कलाकारों ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.

गोरखपुर से आई शिल्पकार नंदिनी ने बताया कि वे पिछले कई पीढ़ियों से यह काम कर रहे हैं. इस वक्त उनका सारा परिवार मिट्टी के बर्तन खिलौने और मूर्तियां बनाता है. सभी लोग इतने पारंगत हैं कि किसी भी चीज को बनाने के लिए सांची का इस्तेमाल नहीं किया जाता. बल्कि सब चीजें हाथ से ही बनाए जाते हैं. हाथ से ही उन्हें पेंट भी किया जाता है. इन चीजों को बनाने के लिए किसी भी मशीन का इस्तेमाल नहीं किया जाता.

फिर से लौट रही मिट्टी की मूर्तियों और खिलौनों की लोकप्रियता, बनाने वाले कलाकारों की बढ़ रही आमदनी

नंदिनी ने बताया कि कुछ साल पहले तक इन वस्तुओं की मांग बेहद कम हो गई थी. इससे इन्हें अपना गुजारा चलाना मुश्किल हो रहा था. इनके 5 बच्चे हैं. जिनमें 4 लड़कियां हैं और एक बेटा है और बच्चों की परवरिश मुश्किल हो रही थी लेकिन धीरे-धीरे फिर से लोग इन्हें पसंद करने लगे हैं और इन वस्तुओं को खरीद भी रहे हैं.

लोग अपने घरों में मिट्टी से बनी सजावटी वस्तुओं पर रखना फिर से शुरू कर रहे हैं

ये भी पढ़ें-जान की आफत बनी पराली से करोड़ों कमा रहे हिसार के युवा किसान, कई लोगों को रोजगार भी कराया मुहैया

वे देश के अलग-अलग हिस्सों में आयोजित होने वाले इस तरह के मेलों में जाते हैं जहां पर इनकी अच्छी बिक्री हो जाती है. इसके अलावा वे गोरखपुर में अपने गांव में यह सभी वस्तुएं बनाते हैं. अब तो आस-पास के राज्यों से कई व्यापारी इनके घर आते हैं. वहां से बड़ी मात्रा में यह वस्तुएं खरीद कर ले जाते हैं. दूसरे शहरों में बेचते हैं जिससे यह लोग तकरीबन 50 हजार तक महीने में कमा लेते हैं.

कुछ साल पहले तक इन वस्तुओं की मांग बेहद कम हो गई थी

नंदिनी ने बताया कि इलाके उनके इलाके में तो इन चीजों की सेल ज्यादा नहीं है लेकिन जब वे दूसरे शहरों में इन चीजों को बेचने के लिए आते हैं तब अच्छी खासी बिक्री हो जाती है. इससे पता चलता है कि लोग अब इन चीजों को फिर से पसंद कर रहे हैं और इनकी खरीदारी भी कर रहे हैं. लोग अपने घरों में मिट्टी से बनी सजावटी वस्तुओं पर रखना फिर से शुरू कर रहे हैं. हालांकि इन वस्तुओं की बनावट में बहुत ज्यादा बदलाव नहीं आया है लेकिन फिर भी इनकी लोकप्रियता लगातार बढ़ती जा रही है.

हरियाणा की विश्वसनीय खबरों को पढ़ने के लिए गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करें Etv Bharat APP

Last Updated : Mar 31, 2022, 11:59 AM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details